भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना महामारी हर क्षेत्र में रिक्त स्थान पैदा करती जा रही है जिसकी भरपाई शायद ही कभी हो पाए। कोरोना में एक और दुखद खबर आई है। हिंदी के प्रसिद्द कवि, गीतकार डॉ कुँअर बेचैन नहीं रहे। कवि कुमार विश्वास ने ट्विटर पर ये पीड़ादायी खबर साझा की।
ये भी पढ़ें – कोरोना आपदा में अवसर तलाशते समाज के दुश्मन, पुलिस ने पहुंचाए सलाखों के पीछे
कवि कुमार विश्वास ने लिखा – कोरोना से चल रहे युद्धक्षेत्र में भीषण दुःखद समाचार मिला है।मेरे कक्षा-गुरु,मेरे शोध आचार्य,मेरे चाचाजी,हिंदी गीत के राजकुमार,अनगिनत शिष्यों के जीवन में प्रकाश भरने वाले डॉ कुँअर बेचैन ने अभी कुछ मिनट पहले ईश्वर के सुरलोक की ओर प्रस्थान किया।कोरोना ने मेरे मन का एक कोना मार दिया।