ग्वालियर, अतुल सक्सेना। भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल (Ex MLA Munna Lal Goyal) ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री एवं ग्वालियर जिले के कोरोना प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradyuman Singh Tomar) को पत्र लिखकर कहा है कि मंत्री जी आपका काम सड़क पर सेनेटाइजेशन करने का नहीं है आपका काम लोगों की जान बचाने का है उसे कीजिये।
पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता मुन्ना लाल गोयल (Ex MLA Munna Lal Goyal)ने लाल सिंह कौशल नामक कोरोना मरीज की वेंटिलेटर के अभाव में हुई मृत्यु से परेशान होकर कोरोना प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradyuman Singh Tomar) को एक पत्र लिखा है। जयारोग्य अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और असंवेदनशीलता से व्यथित पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल (Ex MLA Munna Lal Goyal) ने कोरोना प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradyuman Singh Tomar) को पत्र लिखा है।
पत्र में पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल (Ex MLA Munna Lal Goyal)ने लिखा कि 28 अप्रैल को लाल सिंह कौशल को कमला राजा अस्पताल में भर्ती किया गया तब उनका ऑक्सीजन लेवल 90 प्रतिशत था 2 मई को इनका ऑक्सीजन लेवल घटकर 75 प्रतिशत रह गया। तब से इनके परिजन जयारोग्य अस्पताल प्रबंधन से मरीज को वेंटिलेटर बेड देने के लिए गुहार लगा रहे थे। 5 मई को दोपहर 2 बजे मरीज का ऑक्सीजन लेवल घटकर 61 प्रतिशत रह गया।
पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल (Ex MLA Munna Lal Goyal) ने लिखा कि परेशान पीड़ित परिवार के लोग मेरे पास आये। मैंने 5 मई को दोपहर 3 बजे जयारोग्य अस्पताल के अधीक्षक डॉ धाकड़ को फोन किया और मरीज को वेंटिलेटर उपलब्ध करने के लिए कहा। डॉ धाकड़ ने कहा मैं व्यवस्था करता हूँ। रात को 10 बजे मरीज का ऑक्सीजन लेवल घटकर 50 प्रतिशत रह गया मैंने फिर डॉ धाकड़ को फोन किया उन्होंने फिर कहा कि वेंटिलेटर बेड की व्यवस्था कर रहा हूँ। पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल (Ex MLA Munna Lal Goyal) ने लिखा कि मैंने रात को 10:30 बजे डीएम ग्वालियर को तीन बार मोबाइल फोन लगाए लेकिन उनका मोबाइल नहीं उठा और फिर मरीज लाल सिंह कौशल का वेंटिलेटर के अभाव में रात को 11 बजे निधन हो गया।
पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल (Ex MLA Munna Lal Goyal)ने लिखा कि जीवन मरण वैसे तो ऊपर वाले के हाथ में है लेकिन अंतिम साँस तक मरीज को बचाने के लिए हमें अपने दायित्व का निर्वहन करना चाहिए जो नहीं हुआ। 3 दिन में जे ए एच प्रबंधन मरीज के लिए वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं कर पाया। पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल (Ex MLA Munna Lal Goyal) ने लिखा कि उनकी जानकारी के अनुसार ICU में वेंटिलेटर बेड खाली था। यदि समय रहते मरीज को वेंटिलेटर उपलब्ध हो जाता तो उसकी जान बच सकती थी। जयारोग्य अस्पताल के अधीक्षक डॉ धाकड़ ने अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी ने नहीं किया। ये गंभीर विषय है।
पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल (Ex MLA Munna Lal Goyal) ने कोरोना प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradyuman Singh Tomar) को लिखा कि पीड़ित मरीज के इलाज में जयारोग्य अस्पताल प्रबंधन की असंवेदनशीलता ने मुझे व्यथित किया है। मंत्री जी ये समय सड़कों पर सेनेटाइजेशन का नहीं है। सेनेटाइजेशन का काम नगर निगम का है उन्हें ही सौंप दें , ये समय मरीजों की जान बचाने का है। आप इतने व्यस्त हैं कि कोरोना संकट में कार्यकर्ताओं से चर्चा करने की फुर्सत नहीं है। ईश्वर से प्रार्थना है कि हमें कोरोना की तीसरी लहर का सामना ना करना पड़े , फिर भी ग्वालियर में चिकित्सा तंत्र को और अधिक कारगर बनाने की जरुरत है। गौरतलब है कि कोरोना प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradyuman Singh Tomar) पिछले तीन दिन से अपने विधानसभा क्षेत्र के गली मोहल्ले और बाजारों को खुद सेनेटाइज कर रहे हैं। पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल (Ex MLA Munna Lal Goyal)का आक्रोश इसी बात को लेकर है।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....