बीते दिनों भोपाल बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा अपने विवादित बयानों से पूरे समय सुर्खिया में रही।लोकसभा चुनाव के दौरान साध्वी के विवादित बयानों ने जमकर बवाल मचाया। कभी शहीद हेमंत तो कभी बाबरी मस्जिद को लेकर। इसे लेकर कांग्रेस ने भी साध्वी का जमकर घेराव किया और आयोग से शिकायत कर दी।आयोग द्वारा भी नोटिस पर नोटिस भेजे गए और प्रचार पर रोक लगा दी गई। लेकिन जब नाथूराम को लेकर साध्वी का बयान सामने आया, तो राजनीति में भूचाल ही आ गया। बात एफआईआर तक पहुंच गई, यहां तक की पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी नाराज हो गए। अब चुंकी चुनाव समाप्त हो चुके है, ऐसे में साध्वी ने सभी बातों से हटकर प्रायश्चित करने का फैसला किया है और सजा के रुप में 21 प्रहर का मौन की बात कही है।
दरअसल, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा है कि मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है तो मैं इसके लिए माफी मांगती हूं और अब वह 21 प्रहर का मौन रखेंगी। साध्वी ने ट्वीटर के माध्यम से यह बातें कही है। साध्वी ने ट्वीट कर लिखा है कि ”चुनावी प्रक्रियाओं के उपरांत अब समय है चिंतत मनन का, इस दौरान मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची हो तो मैं क्षमा प्रार्थी हूं और सार्वजनिक जीवन की मर्यादा के अंतर्गत प्रायश्चित हेतू 21 प्रहर के मौन और कठोर तपस्यारत हो रही हूं.. हरी ऊं…”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर दिए गए विवादित बयानों पर कड़ा ऐतराज जताया था । पीएम मोदी ने कहा था कि भले ही साध्वी ने माफी मांग ली हो, लेकिन वह अपने दिल से उन्हें कभी माफ नहीं कर पाएंगे, जिसके बाद साध्वी प्रज्ञा को हर किसी ने कोसा था।इनमें बिहार एक सीएम और एनडीए के महत्वपूर्ण पार्टनर नीतीश कुमार और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और चिल्ड्रेंस फाउंडेशन के संस्थापक कैलाश सत्यार्थी जैसे कई दिग्गज भी शामिल थे।
गोड़से को बताया था देशभक्त, बाद में मांगी माफी
दरअसल चुनाव प्रचार के दौरान महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या करने वाले गोडसे को साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने देशभक्त करार दिया था। साध्वी प्रज्ञा ने गोडसे को आतंकी बताने वाले कमल हासन के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि, नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे। हालांकि बढते दबाव के बाद माफी मांग ली थी और कहा था कि मैं नाथूराम गोडसे के बारे में दिये गए मेरे बयान के लिये देश की जनता से माफ़ी माँगती हूँ . मेरा बयान बिलकुल ग़लत था। मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का बहुत सम्मान करती हूँ।
आपको बता दें कि एग्जिट पोल के अभी तक जो नतीजे सामने आए हैं, उनमें भोपाल से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर जीतती हुई नज़र आ रही हैं। चुनाव के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने कई ऐसे बयान दिए हैं, जो भारतीय जनता पार्टी के लिए संकट का विषय बने हैं। इसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाला बयान भी शामिल है।इस अलावा साध्वी की ओर से मुंबई हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे को लेकर भी विवादित बयान दिया गया था, जिसमें उन्होंने हेमंत करकरे की मौत का कारण उनका श्राप बताया था। जिसको लेकर भी खूब बवाल मचा था।