मुंबई, डेस्क रिपोर्ट। केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी के बाद से देश में बवाल मच गया है। दरअसल मंगलवार को सत्र अदालत (session court) द्वारा अग्रिम याचिका जमानत खारिज किए जाने के बाद केंद्रीय मंत्री (union minister) को पुलिस ने हिरासत (arrest) में लिया था। जिसके बाद से मामला गरमा गया है। वही मंत्री की तबीयत अचानक खराब होने के बाद डॉक्टरों ने सलाह दी है कि उन्हें जल्द से जल्द अस्पताल (hospital) में भर्ती किया जाए।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे (narayan rane) को मंगलवार को रत्नागिरी की एक सत्र अदालत द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ उनकी ‘थप्पड़’ टिप्पणी के संबंध में उनकी ट्रांजिट अग्रिम जमानत याचिका खारिज करने के बाद गिरफ्तार किया गया था। जिला मजिस्ट्रेट बी एन पाटिल (BN Patil) ने कहा कि राणे को रत्नागिरी पुलिस ने सभी कानूनी विकल्पों के समाप्त होने के बाद हिरासत में लिया था।
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी के बाद जहां BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है। वही केंद्र मंत्री की गिरफ्तारी पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है। इस तरह की कार्रवाई से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे। भाजपा की जन-आशीर्वाद यात्रा से परेशान है लेकिन हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ाई लड़ेंगे।
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इस बीच, शिवसेना सदस्यों ने जुहू में राणे के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। राणे के समर्थक और शिवसेना के सदस्य जुहू में भी भिड़ गए जहां पथराव की भी खबर है। घटना में दो लोग घायल हो गए। शिवसेना सदस्यों ने राणे के घर पर काली स्याही और अंडे फेंके। मलाड पूर्व में राणे के विरोध में शिवसेना के प्रदर्शनकारी भी सड़कों पर उतर आए। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संदीप कार्णिक ने कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए उन्हें लाठीचार्ज करना पड़ा।
रत्नागिरी जिले के चिपलून दौरे पर जन आशीर्वाद यात्रा पर निकले राणे ने मंगलवार को कहा कि उन्हें सीएम ठाकरे के बारे में विवादित टिप्पणी करने का कोई अफसोस नहीं है। मैंने कोई अपराध नहीं किया है। मुझे इसका पछतावा क्यों होना चाहिए? नारायण राणे के खिलाफ नासिक, पुणे और महाड में तीन FIR दर्ज की गई हैं।