जबलपुर| जबलपुर में आय से अधिक संपत्ति मामले में पीएचई विभाग के रिटायर्ड अधिकारी सुरेश उपाध्याय पर ईओडब्लू कार्रवाई की आंच पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी के बेटे और जबलपुर कैंट सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक अशोक रोहाणी तक पहुंच सकती है| दरअसल ईओडब्लू की अब तक की कार्रवाई में सुरेश उपाध्याय के नाम करोडों रुपयों की संपत्ति उजागर हो चुकी है और इसी बीच कांग्रेस ने कुछ ऐसे दस्तावेज पेश किए हैं जिससे भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई हैं|
जबलपुर में कैंट बोर्ड के उपाध्यक्ष और कांग्रेस के नेता अभिषेक चौकसे ने आरोप लगाया है कि सुरेश उपाध्याय के पास से जितनी भी संपत्ति उजागर हुई है वो रोहाणी परिवार की बेनामी संपत्ति है| कॉन्ग्रेस नेता अभिषेक चौकसे ने ऐसी कई जमीनों के दस्तावेज ईओडब्लू और सीएम कमलनाथ तक पहुंचाए हैं जिसके खसरे में उपाध्याय परिवार के साथ रोहाणी परिवार के भी सदस्यों के नाम दर्ज हैं| इऩ दस्तावेजों से कम से कम इतना साफ हो रहा है कि सुरेश उपाध्याय की रोहाणी परिवार से नजदीकी के आरोप सच थे और जमीनों के खरीदों में दोनों ही परिवारों की पार्टनरशिप लंबे समय से चली आ रही थी|