यहां प्रशासन के लिए गले की फांस बना 11 हज़ार मीट्रिक टन गेहूं

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जबलपुर| जबलपुर में 20 करोड़ रुपए कीमत का 11 हज़ार मीट्रिक टन गेहूं जिला प्रशासन के गले की फांस बन गया है… दरअसल समर्थन मूल्य पर खरीदी के दौरान लापरवाही बरतते हुए घटिया क्वालिटी का ये गेहूं खरीद लिया गया था जिसे नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा रिजेक्ट कर दिया गया है…25 मई को गेहूं खरीदी बंद होने के बाद जब बारह सौ से ज्यादा किसानों का भुगतान अटकने की शिकायतें हुईं तब पता चला कि जिले में नॉन एफएक्यू यानि घटिया क्वालिटी का 11 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया था और उसे सरकारी गोदामों तक भी पहुंचा दिया गया… अब घटिया क्वालिटी का गेहूं खरीदने को लेकर विभागीय अधिकारी एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं.. इस बीच जिला प्रशासन ने आदेश दे दिया है कि घटिया क्वालिटी का गेहूं गोदामों से निकालकर साफ करवाया जाए ताकि उसे फिर गोदामों में जमा करवाकर किसानों को भुगतान किया जा सके… हांलांकि 11 हज़ार मीट्रिक टन गेहूं की सफाई को लेकर ही असमंजस की स्थिति बन गई थी लेकिन प्रशासन ने आदेश दिया है कि जिन सहकारी समतियों ने गेहूं खरीदी में लापरवाही बरती अब वही गेहूं को साफ करवाकर गोदामों में जमा करवाएंगी.


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