इंदौर में लोगो की सहजता और सुविधा को देखते हुए जिला प्रशासन ने राहत देते कुछ सेक्टर्स को छूट दी है लेकिन बावजूद इसके इस राहत का गलत फायदा उठाने वालों की भी कमी नही है और ये ही वजह है कि शनिवार को प्रशासन की टीम ने अपर कलेक्टर की अगुआई में प्रदेश के सबसे बड़े थोक किराना बाजार पर धावा बोला और अनियमितता पाए जाने पर 3 प्रतिष्ठानों को सील कर दिया।
दरअसल, इंदौर में जिला प्रशासन ने खेरची किराना विक्रेताओं तक सामना पहुंचाये जाने के उद्देश्य से सियागंज स्थित चिह्नित होल सेलर विक्रेताओं की दुकानों और गोदामो से नियमो का पालन कर शहर में माल पहुंचाने की अनुमति दी थी इसके बाद प्रशासन को शिकायत मिली कि सियागंज क्षेत्र में छूट का फायदा उठाकर व्यापारी न सिर्फ अनाधिकृत रूप से दुकाने खोलकर रिटेल में काम कर रहे बल्कि अनुमति पाने तो एक कदम आगे बढ़कर दुकाने खोलकर मजमा लगाने लग गए थे।
इसके बाद शनिवार दोपह को सियागंज में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया और अनधिकृत रूप से दुकान खोलकर व्यापार करने वालो पर शिकंजा कसने के लिए छापा मार कार्रवाई को अंजाम दिया। जानकारी के मुताबिक प्रशासन की टीम के पहुंचने पहले ही कई व्यापारी शटर गिराकर भाग खड़े हुए वही मौके पर पहुंचे ADM बी.बी.एस.तोमर और अपर आयुक्त श्रृंगार श्रीवास्तव ने तीन दुकानों पर कार्रवाई कर उन्हें सील करवा दिया। अपर कलेक्टर ने बताया कि सियांगज मेन रोड़ स्थितअम्बिका ट्रेडर्स नामक प्रतिष्ठान को किसी प्रकार की कोई अनुमति नही थी और वो अपना व्यवसाय कर रहे थे जिसके बाद उसे सील कर दिया गया।
ये प्रतिष्ठान किसी रोहित हीरानी नामक व्यक्ति का बताया जा रहा है। वही दूसरी ओर प्रशासन से थोक व्यापार की अनुमति लेने वाले अशोक कुमार सेठी और सतनाम ट्रेडर्स नामक प्रतिष्ठान मौके पर खेरची विक्रेता के रूप में काम करने लग गए जिसके बाद इन दोनों प्रतिष्ठानो को भी सील कर दिया गया। लॉक डाउन में प्रशासन के निर्देशों को धता बताने 3 संस्थानों पर कार्रवाई के बाद सियांगज के व्यापारियों में खलबली मच गई है। कार्रवाई के बाद उम्मीद है कि क्षेत्र में कालाबाजारी करने वालो पर भी इसी तरह का शिकंजा कसा जाएगा जो प्रशासन की नजर से बचकर धीरे धीरे अवैध तौर पर काम कर रहे है।