मध्य प्रदेश के आगर मालवा सहित पूरे देशभर की राजनीति में काफी ज्यादा हलचल देखने को मिल रही है। सभी पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है। विपक्ष लगातार मुद्दे-पर-मुद्दे उजागर कर रही हैं, तो वहीं केंद्र सरकार अपनी कल्याणकारी योजनाओं को लगातार धरातल पर उतारने में लगी हुई है। इसी बीच आगर मालवा जिले की सुसनेर नगर परिषद इन दिनों बड़े राजनीतिक विवाद का केंद्र बनी हुई है। जिस कारण यह मुद्दा मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है।
दरअसल, यहां परिषद की अध्यक्ष लक्ष्मी राहुल सिसोदिया पर भ्रष्टाचार और विकास कार्यों में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं। खास बात यह है कि आरोप लगाने वालों में खुद उनकी पार्टी बीजेपी के पार्षद भी शामिल हैं।
12 पार्षदों का मोर्चा
मिली जानकारी के अनुसार, नगर परिषद के कुल 15 पार्षदों में से 12 पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ खुलकर विरोध जताया है। इनमें बीजेपी के 7, कांग्रेस के 4 और एक निर्दलीय पार्षद शामिल हैं। शनिवार को इन सभी ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरा अध्यक्ष के कामकाज पर सवाल उठाए गए। साथ ही भ्रष्टाचार के आरोपों की जानकारी मीडिया को दी गई। पार्षदों का कहना है कि परिषद में विकास कार्यों के नाम पर बड़े पैमाने पर अनियमितताएं की गई हैं। इसके अलावा, फंड का गलत इस्तेमाल किया गया है और नियमों की अनदेखी भी हुई है। जिसके आधार पर अभी तक कई फैसले लिए गए हैं।
पार्षद जितेंद्र सांवला ने बताया कि परिषद कार्यालय से एलईडी लैम्प चोरी होने का मामला दर्ज है। इसके अलावा, नए बस स्टैंड तालाब से जलकुंभी हटाने पर लाखों रुपये खर्च किए गए, लेकिन जलकुंभी हटाने के बाद वह कंठाल नदी में पहुंच गई, जो कि आगे बढ़कर किटखेड़ी तक फैल गई। इस कारण नलजल योजना का पानी दूषित हो रहा है, जिससे आम लोगों की सेहत पर खतरा मंडरा रहा है।
वाहनों की खरीदी में घोटाले का आरोप
पार्षद जितेंद्र सांवला और नईम अहमद मेव ने आरोप लगाया कि नगर परिषद ने कचरा ढोने के लिए पांच ई-रिक्शा खरीदे थे। इनकी खरीदी में 16.20 लाख रुपये का घोटाला हुआ है, जिसकी पुष्टि लोकायुक्त जांच में भी हुई है। इसके अलावा, हाथ ठेला कचरा गाड़ियों की खरीदी में भी 2.40 लाख रुपये का गबन किया गया है। इधर, अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल चुके पार्षद अब आगे की कार्रवाई में भी जुट गए हैं। उन्होंने एडीएम आर.पी. वर्मा को लिखित शिकायत दी है और अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
अध्यक्ष और पार्षदों के बीच टकराव
बता दें कि मामले में पार्षदों का कहना है कि अध्यक्ष ने जिस तरह से कामकाज संभाला है, उससे जनता में नाराजगी बढ़ रही है। धीरे-धीरे उनमें आक्रोश की भावना बढ़ रही है। ऐसे में नगर परिषद में अध्यक्ष और पार्षदों के बीच टकराव ने सुसनेर की राजनीति को गर्मा दिया है। एक तरफ अध्यक्ष अपनी कुर्सी बचाने की कोशिश में हैं, वहीं दूसरी तरफ अधिकांश पार्षद उन्हें हटाने के लिए एकजुट नजर आ रहे हैं।
गौरव सरवारिया, आगर मालवा





