बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले वोटर लिस्ट को सही और निष्पक्ष बनाने के लिए चुनाव आयोग ने एक महीने तक वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान (SIR) चलाया था. अब यह अभियान पूरा हो चुका है और आयोग ने वोटर लिस्ट का मसौदा (ड्राफ्ट) जारी कर दिया है. अब मतदाता चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जाकर अपना नाम ऑनलाइन चेक कर सकते हैं. इसके लिए एक लिंक भी जारी किया गया है.
1 सितंबर तक कर सकते हैं दावे और आपत्तियां
चुनाव आयोग ने सभी 38 जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों (DEO) को वोटर लिस्ट की डिजिटल और प्रिंट कॉपी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को देने का निर्देश दिया है. साथ ही, 243 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव अधिकारी मतदाताओं और पार्टियों से दावे और आपत्तियां स्वीकार करेंगे. यदि किसी मतदाता का नाम छूट गया है, गलत दर्ज हो गया है, या किसी का नाम हटाना है, तो इसके लिए 1 सितंबर तक आवेदन किया जा सकता है.
65.64 लाख वोटरों के नाम कटे, कुल मतदाता 7.24 करोड़
SIR अभियान के दौरान बिहार में करीब 65.64 लाख वोटरों के नाम हटाए गए. पहले राज्य में 7.89 करोड़ मतदाता थे, जो अब घटकर 7.24 करोड़ रह गए हैं. नाम हटाने के कारणों में मतदाता की मृत्यु, स्थायी स्थानांतरण, और एक से अधिक जगह पर रजिस्टर्ड होना शामिल है.
गोपालगंज: 3,07,361 नाम कटे
खगड़िया: 79,551 नाम कटे
भागलपुर: 2,44,612 नाम कटे
किशनगंज: 1,45,913 नाम कटे
सारण: 2,73,000 नाम कटे
मुजफ्फरपुर: 2,82,845 नाम कटे
सुपौल: 1,28,207 नाम कटे
शेखपुरा: 26,256 नाम कटे
बक्सर: 87,645 नाम कटे
लखीसराय: 48,824 नाम कटे
जमुई: 91,882 नाम कटे
गया: 2,45,663 नाम कटे
पटना में 3.95 लाख नाम हुए डिलीट
पटना के सभी 14 विधानसभा क्षेत्रों की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में अब 46,51,694 मतदाता दर्ज हैं, जबकि पहले 50,47,194 मतदाता थे. यानी पटना जिले में करीब 3.95 लाख वोटरों के नाम हटाए गए. यह नाम उन्हीं कारणों से हटाए गए हैं जो पूरे राज्य में लागू हुए – जैसे मृत्यु, स्थायी स्थानांतरण और डुप्लीकेट नाम.





