बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सोमवार को देश पर लगे अमेरिकी टैरिफ को लेकर गंभीर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत पर अपना आधिपत्य जमाना चाहता है और इसे भारत कभी भी स्वीकार नहीं करेगा। राज्यपाल इस दौरान पटना के गंगा देवी महिला महाविद्यालय में भारतीय सामाजिक विज्ञान एवं अनुसंधान परिषद द्वारा आयोजित ‘जनजातियों का विउपनिवेशीकरणः उलगुलान में बिरसा मुंडा’ विषयक सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत को लगातार दबाव में लाने की कोशिशें हो रही हैं, लेकिन हमें सशक्त होकर उभरना होगा।
युवाओं से बलिदान की अपील
इस मौके पर राज्यपाल ने युवाओं से देश के लिए त्याग और बलिदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता या किसी भी अधिकार को वन टाइम एक्ट के रूप में नहीं लेना चाहिए। जब तक हम जागरूक नहीं रहेंगे, तब तक अपनी आज़ादी को सुरक्षित नहीं रख पाएंगे। उन्होंने युवाओं को सचेत करते हुए कहा कि देश की मजबूती और स्वतंत्रता के लिए हर व्यक्ति को निरंतर सजग और जिम्मेदार रहना होगा। यह केवल एक समय का अधिकार नहीं है, बल्कि इसे स्थायी बनाए रखना हमारी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है।
खुद के लिए नहीं, औरों के लिए जीना सीखें
राज्यपाल ने आगे कहा कि किसी भी कठिन परिस्थिति से निकलने के लिए सबसे अधिक नैतिक और आत्मबल की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा, “हमें केवल अपने लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज और देश के लिए जीना सीखना होगा।” उन्होंने 2047 तक स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेने की बात कही और बताया कि इस सफर में पुरानी जमींदारी प्रथा और अन्य सामाजिक समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने जनजातीय नेता बिरसा मुंडा के योगदान को याद करते हुए कहा कि बिरसा मुंडा ने जनजातीय समाज को स्वतंत्रता की नई राह दिखाई और आने वाली पीढ़ियों के लिए सम्मान और प्रतिष्ठा की लड़ाई लड़ी।
सेमिनार में इतिहासकारों ने भी दी अपनी राय
इस कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रोफेसर निर्मल कुमार ने सिनेमा की दृष्टि से जनजातीय विमर्श पर चर्चा की। वहीं पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. उपेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज और इतिहास की समझ को बढ़ाने के लिए जरूरी हैं और ऐसे सेमिनार नियमित रूप से होते रहने चाहिए। यह आयोजन न केवल इतिहास की याद दिलाता है, बल्कि युवाओं को अपनी जड़ों से जुड़ने और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझने में मदद करता है।





