प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे के दौरान राजनीतिक माहौल में अचानक हलचल मच गई। शुक्रवार को करीब 13 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात देने के साथ ही पीएम मोदी के मंच पर आरजेडी के दो विधायक – नवादा की विभा देवी और रजौली के प्रकाश वीर दिखाई दिए। इस घटना ने विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी को करारा झटका दिया है।
विभा देवी की उपस्थिति से बढ़ा सियासी तनाव
विभा देवी, जो बाहुबली नेता राजबल्लभ यादव की पत्नी हैं, का एनडीए मंच पर दिखना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया। राजबल्लभ यादव का लंबे समय से आरजेडी से जुड़ाव रहा है और उनकी राजनीतिक छवि हमेशा प्रभावशाली रही है। हाल ही में जेल से बरी होने के बाद उनके राजनीतिक कदमों को लेकर पहले से ही अटकलें लगाई जा रही थीं। अब विभा देवी का एनडीए मंच पर दिखना इस बात का संकेत हो सकता है कि यादव परिवार राजनीतिक पाला बदलने की तैयारी कर रहा है।
प्रकाश वीर ने बढ़ाई RJD की मुश्किलें
लगातार दो बार रजौली सीट से जीत दर्ज कर चुके विधायक प्रकाश वीर का मंच पर होना आरजेडी के लिए और बड़ा झटका है। उनके कदम से पार्टी की चुनावी रणनीति पर असर पड़ सकता है, खासकर दक्षिण बिहार के इलाकों में जहां उनका मजबूत जनाधार है।
बीजेपी या जेडीयू में शामिल होने की अटकलें
हालांकि अभी तक यह साफ नहीं है कि विभा देवी और प्रकाश वीर बीजेपी में शामिल होंगे या जेडीयू में, लेकिन इतना तय है कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इस कदम ने महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सूत्रों का कहना है कि दोनों विधायकों का एनडीए में शामिल होना अब केवल औपचारिकता भर रह गया है।
चुनावी समीकरण पर बड़ा असर
बिहार में अगले दो-तीन महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में इन दो विधायकों का रुख बदलना न केवल सीटों के समीकरण को प्रभावित करेगा बल्कि आरजेडी की राजनीतिक पकड़ को भी कमजोर कर सकता है। एनडीए इस घटना को अपने लिए बड़ी सफलता के रूप में पेश करने की तैयारी में है।





