जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के शामिल होने को लेकर बड़ा हमला बोला। बुधवार (27 अगस्त, 2025) को बक्सर में आयोजित जनसभा के दौरान उन्होंने कहा, “यह बताता है कि बिहार के प्रति कांग्रेस जैसे बड़े दलों का नजरिया क्या है। उनके राज्य में बिहार के बच्चों को मारा गया था, तब वो कहां थे? आज इतनी हिम्मत है कि बिहार में आकर वोट मांग रहे हैं। यह बिहारियों के मुंह पर तमाचा है और कांग्रेस तथा तेजस्वी यादव का असली चरित्र उजागर करता है।”
बिहार बदलाव यात्रा में की तीखी बयानबाजी
प्रशांत किशोर अपनी ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के तहत बक्सर पहुंचे। राजपुर के धनसोई हाई स्कूल मैदान में उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के शासनकाल में पहली बार काफिले पर पत्थरबाजी इसी इलाके में हुई थी। उन्होंने इसे “क्रांतिकारी धरती” बताते हुए कहा कि यहां से बदलाव की शुरुआत होगी और आने वाले दिनों में सरकार को पूरे कार्यकाल का हिसाब देना होगा।
नालंदा हमले पर प्रतिक्रिया
उसी दिन नालंदा में मंत्री श्रवण कुमार पर हुए हमले पर पीके ने कहा कि यह जनता का गुस्सा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने हर वर्ग पर लाठी चलाई है—छात्रों, अभ्यर्थियों, आंगनबाड़ी सेविकाओं, मुखिया-सर्पंच तक को नहीं छोड़ा। अब जनता खुद हिसाब करेगी।
भ्रष्टाचार और दमन पर आरोप
पीके ने कहा कि वर्तमान सरकार में बैठे भ्रष्ट नेताओं ने पांच साल जनता को लूटा है। जब बिहार के बच्चे अपने अधिकार मांगने पटना गए, तो उन पर लाठी चलाई गई। पुलिस ने जूता पहनकर पेट पर लात रखी। उन्होंने चेतावनी दी कि चुनाव की घोषणा होने के बाद जब ये नेता गांव-गांव वोट मांगने जाएंगे, जनता उन्हें दौड़ाकर मारेगी। उन्होंने इसे बदलाव की शुरुआत बताया और कहा कि अब बिहार के लोग हिसाब चुकता करेंगे।





