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Mon, Dec 15, 2025

उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर बिहार में हलचल, क्या बोले पक्ष और विपक्ष के नेता?

Written by:Vijay Choudhary
उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर बिहार में हलचल, क्या बोले पक्ष और विपक्ष के नेता?

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद मंगलवार को देश में उपराष्ट्रपति चुनाव का आयोजन हो रहा है। इस चुनाव में मुकाबला एनडीए समर्थित सीपी राधाकृष्णन और विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी के बीच है। देशभर की लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक गुप्त मतदान प्रणाली के तहत वोट डालेंगे। बिहार से भी सांसद मतदान के लिए राजधानी पहुंचे हैं, और राज्य में इस चुनाव को लेकर सियासी हलचल दिखाई दे रही है।

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने जताई उम्मीद

इस चुनाव में बिहार से वोट देने पहुंचे केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, “NDA उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन की निश्चित रूप से जीत होगी। हम सब बहुत खुश हैं।” उन्होंने एनडीए के पक्ष में बहुमत होने और उम्मीदवार की जीत की संभावना पर भरोसा जताया। इसी तरह आरएलएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी कहा कि एनडीए के पास बहुमत है और सीपी राधाकृष्णन देश के उपराष्ट्रपति बनेंगे।

जेडीयू और NDA नेताओं का मत

जेडीयू सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि उन्हें 100% विश्वास है कि एनडीए को भारी बहुमत मिलेगा। महागठबंधन के कई सदस्य भी सहयोग करेंगे। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि NDA का उम्मीदवार भारी बहुमत से जीतेंगे और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को कोई वोट क्यों देगा, यह स्पष्ट है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी एनडीए की एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि सीपी राधाकृष्णन बहुत बड़े अंतर से जीतेंगे।

विपक्ष का रुख और आरजेडी की प्रतिक्रिया

वहीं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने स्पष्ट किया कि उनका पूरा समर्थन बी सुदर्शन रेड्डी को है और पार्टी के लोग उन्हें वोट करेंगे। आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इस चुनाव में बड़ा खेला होगा। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष के सांसद पार्टी व्हिप से बंधे नहीं हैं और अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को वोट दे सकते हैं।

अप्रत्याशित परिणाम की संभावना कम

विशेषज्ञों का कहना है कि उपराष्ट्रपति चुनाव में किसी अप्रत्याशित परिणाम की संभावना बहुत कम है। बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय एनडीए के पास पर्याप्त संख्या बल है, इसलिए सीपी राधाकृष्णन की जीत पक्की मानी जा रही है। हालांकि, इंडिया गठबंधन और अन्य विपक्षी दल एनडीए को चुनौती देने की पूरी तैयारी कर रहे हैं और वे क्रॉस वोटिंग के जरिए चुनाव में अप्रत्याशित परिणाम लाने की कोशिश कर सकते हैं।