भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश सरकार (MP Government) ने निगम मंडलों (Corporate Committee) में की गई नियुक्ति के बाद नियुक्त लोगों को कैबिनेट (cabinet minister) और राज्यमंत्री (state minister) का दर्जा भी प्रदान कर दिया है। सामान प्रशासन विभाग द्वारा जारी किए गए आदेशों में 16 लोगों को कैबिनेट और 9 लोगों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया है।
निगम और मंडलों में की गई नियुक्तियों के बाद बुधवार को राज्य सरकार ने मंत्री दर्जा भी प्रदान कर दिया। 16 लोगों को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। इनमें मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेंद्र बरुआ के अलावा शैलेंद्र शर्मा, जितेंद्र लिटीरिया, इमरती देवी, एन्दल सिह कंसाना, गिर्राज दंडोतिया, रणवीर जाटव, जसवंत जाटव, मुन्नालाल गोयल, रघुराज कंसाना, आशुतोष तिवारी, विनोद गोटिया, जयपाल चावड़ा,अमिता चपरा, निर्मला बरेला और सावन सोनकर शामिल है।
MP College : अधर में छात्रों का भविष्य, परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग
राज्यमंत्री का दर्जा पाने वालों में प्रहलाद भारती, नरेंद्र बिरथरे, राजकुमार कुशवाहा, अजय यादव, मंजू दादू, नरेंद्र सिंह तोमर, राजेंद्र सिंह मोकलपुर, रमेश खटीक और राजेश अग्रवाल शामिल है। कैबिनेट और राज्यमंत्री का दर्जा अपने आप में स्टेटस सिंबल माना जाता है।
हालांकि इन में मिलने वाली सुविधाएं कुछ बहुत ज्यादा खास नहीं। कैबिनेट मंत्री को स्टाफ के नाम पर दो व्यक्ति वही राज्यमंत्री को एक व्यक्ति मिलता है और सत्कार भत्ते की राशि में भी अंतर रहता है। इसके अलावा इस प्रकार दर्जा प्राप्त व्यक्तियों के मासिक पारश्रमिक में भी दर्जानुसार अंतर रहता है।