ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर के जीवाजी विश्व विद्यालय (JU )के कर्मचारियों द्वारा अश्लील वीडियो देखने का मामला उजागर होने के बाद उन्हें नौकरी से निकाले जाने की मांग तेज हो गई है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVP) ने इसी मांग के साथ गुरुवार को विश्व विद्यालय के प्रशासनिक भवन पर प्रदर्शन किया।
ये भी पढ़ें – Gwalior News: सिहोरा में एडवोकेट पर हुए हमले के विरोध में वकीलों ने की हड़ताल
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVP) की प्रांतीय मंत्री शिवानी वर्मा ने कहा कि जो कोई शिक्षा के मंदिर को बदनाम करने की कोशिश करे या अपवित्र करने की कोशिश करे उसे नौकरी करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक विश्व विद्यालय प्रशासन अश्लील वीडियो देखने वाले कर्मचारियों को हटाता नहीं है तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी। प्रांतीय मंत्री शिवानी वर्मा ने कहा कि शर्म की बात है कि अश्लील वीडियो देखने वालों में 58 साल के कर्मचारी भी हैं इस गन्दी मानसिकता के कर्मचारी भविष्य के लिए खतरा है इसलिए कुलपति मैडम को इन्हें तत्काल हटा देना चाहिए।
गौरतलब है कि मामला उजागर होने का बाद कुलपति श्रीमती संगीता शुक्ल ने एक समिति बनाकर जाँच कराई थी जिसके बाद चार सर्विस प्रोवाइडरों कपिल सेन, अनुराग शर्मा सहित दो महिला कर्मचारी और अतिथि शिक्षक हीरेन्द्र को नौकरी से हटा दिया और एक स्थाई कर्मचारी रिशेष रजक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही JU ने प्रेस विज्ञप्ति में ये भी कहा है कि उक्त कर्मचारियों द्वारा प्रतिबंधित साइट देखने का प्रयास किया गया था लेकिन फायरबॉल होने के कारण ये साइट खुल नहीं सकीं। JU की इसी कार्रवाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि जब दोषी स्थाई कर्मचारी भी हैं तो गाज सर्विस प्रोवाइडरों पर ही क्यों गिरी ?
ABVP ने किया प्रदर्शन pic.twitter.com/tKXmVBvklO
— MP Breaking News (@mpbreakingnews) March 25, 2021
ABVP ने किया प्रदर्शन pic.twitter.com/nZ24LiZ2ue
— MP Breaking News (@mpbreakingnews) March 25, 2021