Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों में से एक हैं। वे एक प्रमुख राजनीतिक दार्शनिक, राजगुरु, चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के प्रमुख मंत्री और चारक संहिता के लेखक थे। चाणक्य का अन्य नाम ‘कौटिल्य’ भी है, जिसका अर्थ है ‘कुटिल’ या ‘चतुर’। माना जाता है कि वे चंद्रगुप्त मौर्य के समय (4वीं शताब्दी ईसा पूर्व) के दौरान थे। चाणक्य ने भारतीय राजनीति और युद्धकला में अपनी अद्वितीय ज्ञान और योजनाओं के लिए प्रसिद्धता प्राप्त की है। बता दें कि चाणक्य ने ‘अर्थशास्त्र’ और ‘नीतिशास्त्र’ की रचना की, जिनमें उन्होंने राजनीति, युद्ध, व्यापार, आर्थिक प्रबंधन और सामाजिक व्यवस्था के लिए नीतियों का विस्तार से वर्णन किया। उनकी रचनाएं आज भी अध्ययन की जाती हैं और चाणक्य नीति आज भी लोगों के बीच लोकप्रिय हैं।
तो आइए आज हम आपको इसी से जुड़ी एक अध्याय के बारे में बताते हैं, जिसमें हमें ये बताने की कोशिश की गई है कि यदि इंसान के पास कुछ खास रिश्ते हैं तो वो बड़ी-से-बड़ी मुश्किल भी आसानी से पार कर सकता है और जीवन के हर आयाम को पा सकता है। जिंदगी में सफलता पाने के लिए यदि आपके पास ये तीन लोग हैं तो यकीन मानिए सफलता आपके कदम चूमेगी। जानें यहां विस्तार से…
बेटा
चाणक्य ने अपने ग्रंथ “अर्थशास्त्र” और अन्य नीति ग्रंथों में परिवार और पुत्र के महत्व को बहुत मत्त्वपूर्ण माना है। उन्होंने पुत्र से संबंधित कई सिद्धांतों पर बात की है। चाणक्य ने पुत्र को अच्छी शिक्षा, संस्कार और उच्चतम शिक्षा का अधिकार प्रदान करने को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा है कि एक अच्छे पुत्र का समर्थन उसके पिता के लिए सबसे बड़ी शक्ति होता है, जो उसे विभिन्न परिस्थितियों में सहायक बनाता है। इससे पिता हर परेशानी को आसानी से पार कर लेता है।
पत्नी
आचार्य चाणक्य की दृष्टि में पत्नी का महत्व बहुत अधिक है। उनका यह विचार है कि जो व्यक्ति साथ निभाने वाली पत्नी को प्राप्त करता है, उसे अपने जीवन के हर पहलुओं में कभी निराशा हाथ नहीं लगती। बता दें कि साथ निभाने वाली पत्नी उसके हर सुख-दुःख में हमेशा उसकी ताकत बनकर खड़ी रहती है। जिससे एक खुशहाल जीवन की नींव रखी जाती है।
दोस्त
चाणक्य ने अपनी नीति ग्रंथों में दोस्ती और संगत का महत्व बताया है। उनके अनुसार, एक व्यक्ति के जीवन में उसके दोस्तों और संगत का बहुत बड़ा प्रभाव होता है। चाणक्य ने बताया है कि व्यक्ति को सावधानीपूर्वक अपने दोस्तों का चयन करना चाहिए, ताकि आपकी सफलता में उन्हें भी उतनी ही खुशी मिले जितनी आपको मिलेगी। क्योंकि दुष्ट स्वभाव वाले लोगों के साथ मित्रता करना उसके लिए हानिकारक हो सकता है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना अलग-अलग जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)