भोपाल।शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री बनते ही विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने भी अपना इस्तीफा दिया है।प्रजापति ने इस्तीफा नैतिकता के आधार पर देना बताया है। प्रजापति ने अपना इस्तीफा उपाध्यक्ष हिना कांवरे को दिया। हालांकि वे भी सोमवार को भोपाल में नहीं थीं।मंगलवार सुबह विधानसभा सत्र के दौरान प्रजापति का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है।
इस्तीफे में उन्होंने लिखा कि, नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा देता हूं। एनपी प्रजापति के इस्तीफे को उनके बेटे नीर प्रजापति ने सोशल मीडिया पर शेयर किया। नीर ने अपने पोस्ट में लिखा- आपने पूरे सिद्धांतों, मूल्यों, स्वाभिमान और नैतिकता रखते हुए अपना कर्तव्य निभाया, आपको इतिहास याद रखेगा, मुझे आपका बेटा होने पर गर्व है।
बता दे कि कमलनाथ के राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद गत वर्ष जनवरी में भाजपा के विरोध के बीच गोटेगांव के कांग्रेस विधायक प्रजापति को स्पीकर चुना गया था। प्रजापति अनुभवी नेता हैं। मूलत: शहडोल जिले के रहने वाले प्रजापति ने वर्ष 1985 से राजनीति आरंभ की थी। दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में वे प्रदेश के ऊर्जा मंत्री भी रहे। अलग-अलग चरणों में वे गोटेगांव से चौथी बार विधायक का चुनाव जीते हैं। कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद उनकी सरकार के बहुमत खोने के बाद कमलनाथ ने पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।