मजदूरों से भरी बस जौरासी घाटी पर पलटी, 3 की मौत, कई घायल, दिल्ली से लौट रहे थे

Atul Saxena
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डबरा, सलिल श्रीवास्तव।  ग्वालियर जिले के डबरा (Dabra) के पास जौरासी घाटी पर मंगलवार सुबह मजदूरों (laborers) से भरी एक बस (Bus) पलट गई।  बस (Bus) पलटते ही वहां चीख पुकार मच गई। दुर्घटना में 12 से अधिक मजदूरों (laborers) के घायल होने की जानकारी मिली है जिसमें से करीब 5 की हालत गंभीर है। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। जबकि तीन मजदूरों (laborers) की मौत (Death) की सूचना है। बताया जा रहा है कि ये मजदूर टीकमगढ़ और छतरपुर के थे जो दिल्ली में लॉक डाउन (Delhi Lock Down) के कारण वापस घर लौट रहे थे। बस में क्षमता से अधिक मजदूरों (laborers) के होने की बात सामने आ रही है। दुर्घटना की सूचना पर एसपी अमित सांघी सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुँच गए हैं।

दिल्ली में लगे लॉक डाउन (Delhi Lock Down) के कारण अपने घर लौट रहे मजदूरों (laborers) से भरी बस जौरासी घाटी पर पलटते ही चीख पुकार मच गई। मजदूरों (laborers) की बात पर भरोसा करें तो ड्राइवर और कंडक्टर ने धौलपुर में शराब पी, उसने वहां एक ट्रक को भी टक्कर मारी थी और घाटी पर चढ़ते ही बस को डिवाइडर पर चढ़ा दिया जिससे बस पलट गई और उसमें दबकर तीन मजदूरों (laborers) की मौत हो गई जबकि करीब एक दर्जन मजदूर (laborers) घायल हो गए। जिहमें से पांच की हालत गंभीर है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मजदूरों (laborers) ने बताया कि सराय काले खां निजामुद्दीन दिल्ली से वे बस में बैठे थे बस वाले ने एक सवारी के 700 रूपए लिए और क्षमता से करीब तीन गुना मजदूर भर लिए, उसने सवारियों को छत पर भी बैठा दिया मना करने पर झगड़ा करने लगा।

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जौरासी घाटी पर बस पलटते ही चीख पुकार मच गई और राहगीरों की मदद से जैसे तैसे मजदूर बस में से बाहर निकले।  घटना की जानकारी लगते ही बिलौआ थाने का बल मौके पर पहुंचा और घायलों को बस में से निकालने में जुट गया।  घटना की गंभीरता को देखते हुए ग्वालियर एसपी अमित सांघी, डबरा एसडीएम प्रदीप शर्मा और परिवहन विभाग के एडिशनल कमिश्नर अरविन्द सक्सेना सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने मजदूरों को बाहर निकलवाकर क्रेन की सहायता से बस को उठाया। पुलिस और प्रशासन ने घबराये मजदूरों को सांत्वना दी और उनको घर पहुँचाने के लिए अलग बस की व्यवस्था करने का भरोसा दिया। दुर्घंता के बाद एडिशनल एसपी देहात जयराज कुबेर अपनी टीम के साथ तत्काल मौके पर पहुँच गए उन्होंने मजदूरों के लिए जरुरी इंतजाम कराये और उन्हें उनके घर  तक पहुँचाने की व्यवस्था की।

मजदूरों से भरी बस जौरासी घाटी पर पलटी, 3 की मौत, कई घायल, दिल्ली से लौट रहे थे

मजदूरों से भरी बस जौरासी घाटी पर पलटी, 3 की मौत, कई घायल, दिल्ली से लौट रहे थे

 

एसपी अमित सांघी ने बताया कि दुर्घटना में दो मजदूरों की मौत हुई है और कई घायल हैं। एसपी ने कहा कि बस में क्षमता से अधिक मजदूरों के होने बात सामने आई है , उधर परिवहन विभाग के एडिशनल कमिश्नर अरविन्द सक्सेना ने कहा कि बस दिल्ली से आ रही थी और छतरपुर जा रही थी उसमें निवाड़ी, टीकमगढ़,छतरपुर के मजदूर थे जो घर लौट रहे थे उन्होंने ओवरलोड बस के सवाल पर कहा कि ये जाँच का विषय है।  अरविन्द सक्सेना ने कहा कि अब वे दिल्ली और अन्य जगहों से संपर्क कर कहेंगे कि यदि मध्यप्रदेश के मजदूरों को भेज रहे हैं तो उनका रोड मैप उन्हें बताएं जिससे उनकी व्यवस्था की जा सके। वहीं डबरा एसडीएम का कहना है कि आगे से डबरा में भी चैक पॉइंट लगाएंगे जिससे यदि कोई बस ओवरलोड है तो उसपर कार्रवाई की जाये।  हालाँकि उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त बस में 50 सवारी होनी की बात कही।

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बहरहाल बस में बैठकर दिल्ली से आये मजदूर क्षमता से तीन गुना अधिक सवारी होने का दवा कर रहे हैं, तो एसडीएम 50 सवारियों की बात कह रहे हैं। एसपी क्षमता से अधिक सवारी होना बता रहे हैं तो परिवहन विभाग के एडिशनल कमिश्नर जांच की बता कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं। इससे साफ़ पता चलता है कि परिवहन विभाग के अधिकारियों ने सीधी बस हादसे से कोई सबक नहीं लिया और वहीँ पुराना सरकारी जवाब जाँच का विषय है कहकर अपनी जवाबदेही से बच रहे हैं।

 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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