खण्डवा, सुशील विधानी। जिले की एकमात्र अनारक्षित (सामान्य ) विधानसभा सीट पर चुनावी सरगर्मियों शुरू हो गई हैं। जिले के राजनैतिक इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब एक नेता चिरप्रतिद्वन्दी और एक दूसरे की घोर विरोधी पार्टी से उम्मीदवारी कर रहा है । इस लिहाज से भी मान्धाता सीट पर उपचुनाव दिलचस्प मोड़ ले गया है ।
नारायण पटेल को यहां से कांग्रेस ने बीते विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारा वे अपने निकटम प्रतिद्वंदी भाजपा के नरेंद्र तोमर से कांटे की टक्कर में 1236 मतों से विजयी हो कर मध्यप्रदेश विधानसभा पहुचे । हाई लेवल राजनैतिक ड्रामे के चलते प्रदेश में 15 माह चली कमलनाथ सरकार की आखिकार विदाई हो गई । कांग्रेस के कुछ विधायकों ने बीच में ही कांग्रेस को गुडबाय कह विधायक पद से न केवल इस्तीफा दे दिया बल्कि एक कदम आगे जाकर अपनी घोर विरोधी भाजपा का दामन थाम लिया ।