Tue, Dec 23, 2025

AI-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की असीमित संभावनाएं-ADGP मनीष शंकर शर्मा

Written by:Sushma Bhardwaj
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सम्मिट में विशिष्ट अतिथि की आसंदी से विशेष सत्र में अनेक अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय सम्मानों से अलंकृत मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मनीष शंकर शर्मा ने भी शिरकत की।
AI-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की असीमित संभावनाएं-ADGP मनीष शंकर शर्मा

BHOPAL NEWS : 21-22 नवंबर 2024 को नई दिल्ली में आयोजित भारत की प्रमुख सुरक्षा नेतृत्व समिट Security Leadership Summit आयोजित की गई, सम्मिट में विशिष्ट अतिथि की आसंदी से विशेष सत्र की अध्यक्षता करते हुए अनेक अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय सम्मानों से अलंकृत मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मनीष शंकर शर्मा ने कहा-कि वर्तमान परिदृश्य और तकनीकी प्रगति के कारण एक ऐसी अनोखी स्थिति उत्पन्न हो गई है जिसमे सुरक्षा क्षेत्र में देश की सुरक्षा , व्यापारों की सुरक्षा , इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा और संसाधित के बेहतरीन उपयोग की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए AI- आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और जीपीटी असीमित संभावनाएँ उपलब्ध कराता है। अब आवश्यकता केवल इतनी है कि इसे यूज़ केसेस में परिवर्तित करके उपयोगकर्ताओं के सामने लाना होगा।

“विकसित भारत 2047 के लिए सुरक्षित भारत”

सम्मेलन को प्रधान मंत्री से प्रेरणा लेकर “विकसित भारत 2047 के लिए सुरक्षित भारत” के महत्व को रेखांकित करने आयोजित किया गया था और समस्त सत्र और उद्बोधन इस मुख्य धारा पर केंद्रित थे। मनीष शंकर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय मामलों, सुरक्षा और सार्वजनिक नीति निर्माण में कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय से दक्षता हासिल करने के बाद विगत वर्षों में AI और जेनरेटिव AI पर गहन अध्ययन, शोध और निरंतर कार्य किया है।

एक्सपर्ट हुए शामिल 

इस शीर्ष सम्मेलन में भारत के साइबर सुरक्षा प्रमुख NCSC जनरल नायर, केंद्रीय मंत्रीगण, पूर्व थलसेना अध्यक्ष, पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर, सेवारत वरिष्ठ अधिकारी, अधिवक्तागण, नीति आयोग आदि के सदस्यों, और विषय विशेषज्ञों – जनरल शिवाने, पूर्व ACS भगवान शंकर, मेजर साधना सिंह, अनिल पुरी, श्रीनि महाकाली, प्रोफेसर रुपाली त्रिपाठी, बिमल पुरी, ललित कालरा आदि ने भी शिरकत करी।

भारत की वृद्धि और विकास में सुरक्षा की अहम भूमिका

अब यह स्पष्ट हो गया है कि हर प्रमुख देश की तरह ही भारत की वृद्धि और विकास में सुरक्षा की अहम भूमिका रहेगी और सुरक्षित, सुदृढ़ और सक्षम भारत के बिना यह विकास यात्रा पूर्ण होने में ना केवल अधिक समय लगेगा अपितु अनेक समस्या भी आ सकती हैं।

अतिरिक्त सुरक्षा जगत और उद्योग से जुड़ी हुई 800 कंपनियों के मालिकों और शीर्ष सदस्यों ने भाग लिया

अधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस दो दिवसीय सम्मेलन में समस्त देश से विशेषज्ञों के अतिरिक्त सुरक्षा जगत और उद्योग से जुड़ी हुई 800 कंपनियों के मालिकों और शीर्ष सदस्यों ने भाग लिया। समिट का आयोजन देश की समस्त सुरक्षा एजेंसियों के राष्ट्रीय संगठन सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ प्राईवट सिक्योरिटी इंडस्ट्री द्वारा किया गया था जो अनुमानत देश के 80 लाख निजी सुरक्षा कर्मियों का प्रतिनिधित्व करता है। संगठन ने एक और अभिनव पहल के माध्यम से भारत के प्रत्येक नागरिक में सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से – नेशनल सिटीजन सिक्योरिटी कल्चर की भी शुरुआत करने का निर्णय लिया।