भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आज 4 फरवरी 2022 शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं (Anganwadi workers) को बड़ी सौगात दी है। आज सीएम शिवराज सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘पोषण अभियान’ के अंतर्गत सीहोर जिले की आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 1,465 स्मार्ट फोन का वितरण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आँगनवाड़ी में आपको यह सुनिश्चित करना है कि उसे सरकारी योजना का ठीक से लाभ मिले और दूसरा अगर समाज के सहयोग से आंगनवाड़ी की कमियों को ठीक कर सकते हैं तो करने का प्रयास जरूर करें
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सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि कुपोषण मुक्त मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) बनाने की सबसे मजबूत कड़ी आँगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं। आँगनवाड़ी कार्यकर्ताएं सभी आवश्यक उपाय करती हैं। लेकिन बच्चों की वैज्ञानिक ढंग से पोषण की निगरानी की जा सके और आँगनवाड़ी कार्यकर्ता को भी सही जानकारी रहे। इसलिए स्मार्ट फोन (Smart Phone) उन्हें दिए जा रहे हैं।यह स्मार्टफोन आपके काम में आसानी और वास्तव में सही ढंग से कार्य को ट्रैक करने के लिए, किए गए उपायों का रिकॉर्ड रखने के लिए दिया गया है। यह वैज्ञानिक तरीका है। इसलिए मेरा सभी बहनों से निवेदन है कि इसका सही तरीके से उपयोग करें।
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि सीहोर जिला और पूरा प्रदेश कुपोषण से पूरी तरह मुक्त हो, इसका प्रयास लगातार कर रहे हैं। मैंने इंटीरियर गांव मथार की आंगनवाड़ी गोद ली है, मैं जल्दी ही उसे देखने जाऊंगा। एक भोपाल की आंगनवाड़ी भी गोद ले रहा हूं। मेरा सभी गणमान्य नागरिकों से आग्रह है कि एक आँगनवाड़ी गोद जरूर लें।मैं महिला और बाल विकास विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारियों को बधाई देना चाहता हूं कि हम कुपोषण के स्तर में कमी करने में सफल हुए हैं। सतत प्रयत्नों के कारण स्थिति लगातार सुधर रही है। फिर भी जब तक हर बच्चा स्वस्थ नहीं होगा, हम चैन की सांस नहीं लेंगे।
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गौरतलब है कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण अभियान का संचालन प्रदेश के सभी 52 जिलों की 453 एकीकृत बाल विकास परियोजना में स्वीकृत 97 हजार 135 आँगनबाड़ी और मिनी आँगनबाड़ी केंद्रों से किया जा रहा है। सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी आधारित वास्तविक समयबद्ध निगरानी मोबाइल आधारित पोषण ट्रेकर एप्लीकेशन से की जाती है। पूर्व में 16 जिलों की 27 हजार 817 आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन एवं 972 पर्यवेक्षकों को टेबलेट वितरित किये जा चुके हैं। शेष 36 जिलों की 69 हजार 316 आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा 2,429 पर्यवेक्षकों को स्मार्ट फोन क्रय कर जिला स्तरों से वितरित किए जा रहे हैं।
ऐसे होगा स्मार्ट फोन से काम
- पोषण ट्रेकर से आँगनबाड़ी कार्यकर्ता, आँगनबाड़ी केंद्र में दर्ज समस्त हितग्राहियों की सूची अपने मोबाइल पर कहीं भी किसी भी समय पर देख सकती हैं, जिससे हितग्राहियों की निगरानी करना आसान होगा।
- स्मार्ट फोन से पोषण ट्रेकर एप्लीकेशन का उपयोग कर आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा आँगनबाड़ी केंद्रों में दी जाने वाली सेवाओं की दैनिक जानकारी प्रविष्ट की जाती है। जानकारी का अनुश्रवण ब्लॉक, जिला एवं राज्य स्तर पर प्रतिदिन किया जाता है।
- आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा स्मार्ट फोन पर पोषण ट्रैकर का उपयोग करने से जहाँ प्रतिदिन रजिस्टरों के संधारण का काम कम होगा, वही एप्लीकेशन के माध्यम से आँगनबाड़ी कार्यकर्ता को प्रतिदिन दैनिक कार्यों के संबंध में तैयार सूचना प्राप्त होगी कि उन्हें गृह भेंट में टीकाकरण तथा अन्य सेवाओं के लिए किन हितग्राहियों को चुनना है तथा किन हितग्राहियों के घरों में जाकर परामर्श देना है।
- आँगनबाड़ी केंद्र में दर्ज 0 से 5 साल तक के बच्चों की वृद्धि की निगरानी भी आसान होगी।आँगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा बच्चों का वजन एवं ऊँचाई दर्ज करने पर तत्काल बच्चे के कुपोषण का स्तर परिलक्षित होने लगेगा।
- आँगनबाड़ी कार्यकर्ता को ग्रोथ रजिस्टर नहीं भरना पड़ेगा। पोषण ट्रेक्टर (nutrition tracker application) से गर्भवती महिला का पंजीयन करने पर आँगनबाड़ी कार्यकर्ता को प्रतिदिन किस गर्भवती महिला की जाँच करानी है अथवा किस गर्भवती महिला को गृह भेंट के माध्यम से परामर्श देना है, यह जानकारी भी उपलब्ध रहेगी।
- पोषण ट्रेकर एप्लीकेशन के संचालन के लिए नेट कनेक्टिविटी के लिए प्रदेश की समस्त आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 200 रूपये प्रति माह का भुगतान किया जा रहा है।
- एप्लीकेशन में निर्धारित मापदंडों अनुसार जानकारी भरने पर आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 500 रूपये की राशि तथा आँगनबाड़ी सहायिका को 250 रूपये की राशि प्रोत्साहन के रूप में दी जाएगी।