सरकार के गिरते ही FACEBOOK पर कुछ यूं छलका कांग्रेस MLA का दर्द

ग्वालियर।अतुल सक्सेना।
बीते दिनों जब प्रदेश पर सियासी संकट गहराया हुआ था तह ग्वालियर दक्षिण से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने कमलनाथ के समर्थन में एक जोश भरी कविता लिखी थी।जिसके बाद से उन्हें संकटमोचक की उपाधि दी जाने लगी थी। आज कमलनाथ के इस्तीफे के बाद एक बार फिर पाठक ने एक शेर ‘आग ना लगाओ यूँ ,सत्य की राह पर ,जल गई जो पूरी ये तो राख कौन उठाएगा ” से अपनी बात कही है और ‘मौन इसलिए नहीं की शब्द कम हैं , मौन इसलिए हूँ की लिहाज़ बाक़ी है’ से अपनी बात को खत्म किया है। इस शेर में कही ना विधायक का दर्द छलकता हुआ नजर आ रहा है।वही उन्होंने कई बातें भी सोशल मीडिया के माध्यम से जनता से शेयर की है।

प्रवीण ने फेसबुक के माध्यम से लिखा है कि मध्य प्रदेश में नई सरकार का गठन राजनीति में नैतिक मूल्यों के पतन की पराकास्ठा का परिणाम है । आत्मिक रूप से दुखी हूँ इसलिए नहीं की सरकार चली गई दुखी इसलिए हूँ की राजनीति में समाजिक एवं लोकतांत्रिक मूल्यों का महत्व कम होता जा रहा है । क्या नज़ीर पेश कर रहे हैं हम लोकतंत्र में । उस जनमानस की क्या गलती है जिसने लोकतंत्र पर भरोसा जताया । बात यहाँ किसी भी दल की नहीं बात यहाँ लोकतांत्रिक व्यवस्था पर उठे प्रश्नो की है । कौन देगा इन प्रश्नो के उत्तर कौन वापस लौटायेगा


About Author
न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

न्यूज डेस्क, Mp Breaking News