MP Politics : कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने क्यों कहा- ले लूंगा राजनीति से संन्यास

Pooja Khodani
Updated on -

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव (By-election) इस बार राजनीति की नई परिभाषा बनकर सामने आये हैं। मुद्दों की जगह अमर्यादित भाषा का चलन, खरीद फरोख्त इस बार इतना बढ़ा कि लोग नेताओं और राजनीति को संशय की दृष्टि से देखने लगे। युवा नेता राजनीति (Politics) के गिरते स्तर को लेकर ना सिर्फ चिंतित है बल्कि दुखी हैं कांग्रेस के युवा विधायक प्रवीण पाठक (Praveen Pathak) ने तो स्पष्ट कर दिया है कि यदि राजनीति का यही माहौल रहा तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा, संन्यास ले लूंगा।

Mp Breaking News के साथ लाइव बातचीत में कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने एसोसिएट एडिटर अतुल सक्सेना (Atul Saxena) से बात करते हुए वर्तमान चुनावी परिद्रष्य पर बात की और राजनैतिक हालातों पर अपनी बेबाक राय रखी। प्रवीण पाठक ने उपचुनावों के लिये उत्तरदायी भाजपा और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि ग्वालियर का नागरिक रानी लक्ष्मीबाई के साथ हुई गद्दारी के दंश को का तक झेले? राष्ट्रपिता की हत्या में प्रयुक्त ग्वालियर (Gwalior) राजघराने द्वारा उपलब्ध कराई गई ये कलंक कब तक ढोये। और अब उसी राजघराने के व्यक्ति के कारण फिर चुनाव को प्रदेश झेल रहा है। लेकिन जनता गद्दारी और खुद्दारी को समझती है इसलिए मेरा दावा है कि कांग्रेस सभी 28 सीटें जीतकर गद्दारों को सबक सिखायेगी।

कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि भले ही उनका राजनैतिक अनुभव बहुत कम है लेकिन इतना कम नहीं कि लोभ, लालच, विचार को समझ ना पाएं। वर्तमान राजनैतिक माहौल को लेकर चिंतित और दुखी युवा विधायक ने कहा कि आज जो माहौल नेताओं ने बना दिया है मुझे नहीं लगता कि इसे देखकर कोई भी युवा राजनीति में आने के बारे में सोचेगा। आज वरिष्ठ नेता भी अमर्यादित भाषा बोल रहे हैं। मर्यादा तो राजनीति से गायब ही हो गई है। । उन्होंने दावा किया कि जो विधायक किसी भी लालच में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा रहे हैं चुनावों के बाद उनका क्या हाल होगा सब सामने आ जायेगा।

एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ ने जब प्रवीण पाठक से पूछा कि क्या आप कभी विचलित हो सकते हैं? इसे जवाब में कांग्रेस विधायक ने कहा कि मेरे पिताजी कांग्रेस में थे। मैं कांग्रेस की विचार धारा के साथ ही बड़ा हुआ हूँ। हाँ यदि राजनीति का माहौल नहीं बदला या हाल रहा जो आज है तो मैं राजनीति ही छोड़ दूंगा, राजनीति से संन्यास ले लूंगा।

कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक के साथ एसोसिएट एडिटर अतुल सक्सेना की खास बातचीत

 


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News