इंदौर, आकाश धोलपुरे। रोजाना कोरोना संक्रमण के मामले अब बढ़ते ही जा रहे है जहां अगस्त माह के पहले ये आंकड़े 100 के करीब या उससे थोड़े अधिक होते थे वही अब ये आंकड़े या 200 की संख्या की करीब पहुंच रहे है या तो 200 के पार जा रहे है। इंदौर के लिहाज से ये ही बड़ी चिंता का विषय अब जन – जन में है।
बुधवार रात को इंदौर में जारी हुए सरकारी आंकड़ो के मुताबिक कोरोना संक्रमण के 171 नए संक्रमित सामने है वही रिपीट पॉजिटिव सैम्पल की संख्या 31 बताई गई है इसके अलावा 20 सैम्पल खारिज किये जा चुके है। शहर में अब तक पॉजिटिव मरीजो की संख्या 12 हजार पार कर चुकी है और आंकड़ो के लिहाज से संख्या, 12031 तक जा पहुंची है। इसके अलावा बुधवार को 4 लोगो की जान कोरोना संक्रमण के कारण चली गई और अब तक कोविड – 19 के चलते कुल 375 लोग अपनी जान गंवा चुके है।
हालांकि इंदौर के लिहाज से राहत की बात ये है कि यहां रिकवरी भी तेजी से हो रही है। बुधवार को 155 लोग स्वस्थ होकर कोरोना से जंग जीत गए है वही मिलान करने के बाद 45 डिस्चार्ज मरीजो की जानकारी सामने आई है। जिसके बाद इंदौर में कुल 12031 मरीजो में से 8490 कोविड प्रभावित मरीज स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किये जा चुके है। इसके अलावा शहर 3166 संक्रमित मरीजो का इलाज जारी है।
इधर, शहर के बुद्धिजीवी वर्ग से कोविड संक्रमण के फैलाव पर एम.पी. ब्रेकिंग न्यूज़ ने चर्चा की तो ये बाते सामने आई है। इंदौर के अहिल्या चैंबर ऑफ कॉमर्स के महामंत्री सुशील सुरेखा ने बताया कि ये नही कहा जा सकता कि बाजार खुलने से संक्रमण के फैलाव की गति बढ़ी है और ऐसा भी नही संक्रमण केवल इंदौर में बढ़ रहा है बल्कि पूरे हिंदुस्तान में बढ़ रहा है। इसके साथ ही लॉक डाउन करने के दुष्परिणाम बेरोजगारी के रूप में सामने आ रहे है। वही उन्होंने कहा कि देश मे कोविड – 19 के आर्थिक रूप से गम्भीर परिणाम सामने आए है। जर्मनी सहित अन्य देशों में लोगो और कम्पनियों को सीधे केश ( नगद राशि) दी है जबकि भारत में सिर्फ वादे किए गए है। वही संक्रमण के फैलाव पर उन्होंने कहा कि लोग जितना एतियाहत बरतना चाहिए उतना नही बरत रहे है ऐसे में कोरोना से लड़ने के लोगो को खुद जिम्मेदारी लेनी होगीं।
इधर, इंदौर में बीते 2 दशक से राष्ट्रीय स्तर के चैनल्स में अपनी सेवाएं दे चुके वरिष्ठ पत्रकार धर्मेंद्र शर्मा की माने तो शहर में संक्रमण के फैलाव को 60 प्रतिशत तक मास्क से रोका जा सकता है और प्रॉपर डाइट के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता का पालन कर बचा जा सकता है। वही उन्होंने बताया कि संक्रमण के फैलाव की वजह लोगो की लापरवाही भी है जबकि लोगो को वर्तमान में रोजमर्रा की जिंदगी जीने के लिए नियमो को आत्मसात कर नियमित दिनचर्या अपना लेनी चाहिए। वही उन्होंने बताया कि सप्ताह में शनिवार और रविवार 2 दिन लॉक डाउन होना चाहिए और प्रशासन को चाहिए कि वो इसका कड़ाई से पालन भी कराए। वही उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना की चैन को तोड़ने की जिम्मेदारी आम आदमी को स्वयं लेना चाहिए। सरकारी आंकड़े संक्रमण के फैलाव और उसकी भयावहता बता रहे है वही दूसरी और शहर की नब्ज पर रखने वालों का अब भी ये ही कहना है कि प्रशासन के साथ ही लोग संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए स्वयं जिम्मेदारी ले ताकि शहर में संक्रमण की चैन को ब्रेक किया जा सके।