भोपाल। शरद व्यास ।
विशेषज्ञों के मत के आधार पर पूर्व में इस बात को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग, डब्ल्यूएचओ ओर अन्य स्वास्थ्य संस्था (Central Health Department, WHO and other health institutions) ने कहा था कोरोना का असर इन लोगो पर ज्यादा होगा जो पूर्व से किसी बीमारी स्व ग्रस्त है, वही कुछ एनजीओ ने इस बात का खुलासा किया है कि राजधानी भोपाल (Rajdhani Bhopal) में गैस पीड़ितों (Gas victims) के लिए कोरोना बेहद खतरनाक साबित हुआ है।
असल मे 11 जून की स्थिति में भोपाल में कोरोना से मरने वालों की संख्या 60 थी, इनमें 48 (74 फीसद) गैस पीड़ित थे, जिन्हें पूर्व से ही किसी स्वास्थ्य संबंधी बीमारी थी। इन गैस पीड़ितों में 87 फीसद को पहले से हृदय, फेफड़ा, किडनी, लिवर समेत अन्य अंगों की कई बीमारियां होने की बात सामने आई है, यह खुलासा गैस पीड़ित संगठनों ने किया है।
यह खुलासा मृतकों के गैस पीड़ित होने के दस्तावेज और अस्पतालों से मिली जानकारी के आधार पर की यह रिपोर्ट तैयार कर हुआ है ।वही इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपी गई है। संगठनों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि इतनी बड़ी संख्या में गैस पीड़ितों की कोरोना से मौत हो रही है।इससे यह साबित हो रहा है कि गैस प्रभावित लोग दूसरी बीमारियों के लिए बहुत ज्यादा जोखिम में है।
गैस पीड़ितों की कोरोना से सबसे ज़्यादा मौतें होने पर स्वास्थ्य मंत्री ने मामले को गम्भीरता से लेने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए है। डॉ मिश्रा ने भोपाल में मॉडल बनाकर अगले हफ्ते से घर घर जा कर होगा सर्वे का कार्य मे तेजी की बात कही है। वही सभी टीम एक ही दिन में सभी वार्डो में सर्वे करेगी इस बात को भी सुनिश्चित किया जाएगा।