नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। कांग्रेस (congress) की सर्वोच्च संस्था कांग्रेस कार्य समिति (CWC) 16 अक्टूबर को नई दिल्ली में एक बैठक करेगी। Congress CWC Meeting में मौजूदा राजनीतिक स्थिति, आगामी विधानसभा चुनाव (upcoming assembly electionn) और संगठनात्मक चुनावों पर चर्चा होगी। माना जा रहा है कि इसमें कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर फैसला हो सकता है।
बैठक 24 अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय में व्यक्तिगत रूप से होगी। Congress CWC Meeting में Congress के सदस्य, स्थायी आमंत्रित और सीडब्ल्यूसी के विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल होंगे। बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि बैठक में संगठनात्मक चुनावों पर चर्चा की जाएगी, जो पार्टी के 23 (G 23) नेताओं के समूह की लंबे समय से लंबित मांग है। G-23 नेताओं ने सीडब्ल्यूसी सदस्यों, केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) के सदस्यों और संसदीय बोर्ड के चुनावों के लिए चुनाव की मांग की है।
गुलाम नबी आजाद ने हाल ही में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को CWC की तत्काल बैठक बुलाने के लिए एक पत्र लिखा था। इस बीच कांग्रेस सांसद कपिल सिब्बल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था। हमारे पास पार्टी में कोई स्थायी अध्यक्ष नहीं है। हमें नहीं पता कि पार्टी में कौन निर्णय ले रहा है। उनकी टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। ऐसा लग रहा था कि यह जी-23 नेता बनाम टीम राहुल गांधी है।
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अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव अजय माकन ने कहा कि सिब्बल को उस संगठन को नीचा नहीं दिखाना चाहिए जिसने उन्हें एक पहचान दी। उन्होंने कहा था सोनिया गांधी ने सुनिश्चित किया था कि संगठनात्मक पृष्ठभूमि न होने के बावजूद कपिल सिब्बल केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री बनें। पार्टी में सभी की बात सुनी जा रही है।’
पिछली सीडब्ल्यूसी बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के मद्देनजर आंतरिक चुनाव स्थगित कर दिए जाएंगे, लेकिन कोई समयरेखा नहीं दी गई थी। तो अब सवाल यह है कि क्या बैठक के बाद संगठनात्मक चुनावों पर अस्पष्टता खत्म हो जाती है?
पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि चूंकि पांच महत्वपूर्ण राज्यों में विधानसभा चुनाव कुछ महीनों में होने वाले हैं, इसलिए संभावना है कि आंतरिक चुनाव तब तक के लिए स्थगित कर दिए जाएंगे लेकिन अंतिम निर्णय सभी CWC सदस्यों की सहमति से लिया जाएगा।
यह एक अनुत्तरित प्रश्न बना हुआ है कि क्या इससे पहले राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष का पद संभालेंगे या पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ेंगे। लेकिन यूथ कांग्रेस, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI), महिला कांग्रेस और सोशल मीडिया की राष्ट्रीय कार्यकारिणियों ने उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित किया है।
इस सवाल पर कि क्या राहुल को अध्यक्ष होना चाहिए। जी-23 नेताओं ने सिर्फ इतना कहा कि पार्टी को पूर्णकालिक अध्यक्ष होना चाहिए। राहुल गांधी द्वारा 2019 के आम चुनावों में चुनावी हार की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए एआईसीसी के अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ने के बाद सोनिया गांधी को सीडब्ल्यूसी द्वारा अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था।