भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। देश में तीसरी लहर (corona third wave) के लिए घातक माने जाने वाले डेल्टा प्लस वैरिएंट (delta plus varient) को लेकर प्रदेश में चिंता बढ़ गई है। दरअसल भोपाल में Delta plus varient के एक अन्य मरीज की पुष्टि हुई है। राजधानी के साकेत नगर क्षेत्र के 65 साल की महिला में ये वैरिएंट पाया गया है। बता दे कि इसे 1 हफ्ते पहले, इसी क्षेत्र के एक 65 वर्षीय महिला में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई थी।
जानकारी की माने तो संक्रमित महिला को कोरोना टीका (vaccine) का एक डोज (dose) लग चुका है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अफसर द्वारा बताया जा रहा है कि महिला की हालत अब पहले से ठीक है। ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में अब तक कोरोना के नए वैरिएंट के 6 मामले की पुष्टि हो चुकी है। जिनमें से दो की मौत हो चुकी है।
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Delta plus varient डेल्टा वैरिएंट बदला स्वरूप है डेल्टा वैरिएंट को दूसरी लहर में खतरनाक और घातक माना गया था। Delta plus varient के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि यह अधिक तेजी से लोगों को संक्रमित करता है। वही गले से फेफड़े की दूरी तय करने में इस वैरिएंट को काफी कम समय लगता है। जिससे लोगों में संक्रमण फैलने की आशंका अधिक है।
इधर वैरिएंट का पता करने के लिए पॉजिटिव आने के बाद सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेजा जाता है। मंत्री विश्वास सारंग ने कहा था कि मध्य प्रदेश में जल्द जिनोम सीक्वेंसिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस मामले में तैयारी शुरू कर दी गई है। Modi सरकार द्वारा देश के 8 राज्यों को पत्र लिखकर कोरोना के नए वेरिएंट से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। वहीं मध्य प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र सरकार के जारी गाइडलाइन का ही इस्तेमाल इस संक्रमण को रोकने के लिए किया जा रहा है। इसके अलावा मोदी सरकार ने कोरोना के इस नए वेरिएंट को वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया है।