दिग्विजय सिंह का बड़ा आरोप, माफिया CM तक हिस्सा देता है, रोकोगे तो हमला होगा ही

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्य सभा सदस्य दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने माफिया (Mafia)द्वारा किये जा रहे हमले के सवाल पर कहा कि अवैध खनन करने वाला विधायक से लेकर मुख्यमंत्री तक हिस्सा देता है। अब पैसा भी लोगे और रोकोगे भी तो हमला तो होगा ही।

शताब्दी एक्सप्रेस से ग्वालियर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) का ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर उनके समर्थकों और कांग्रेस (Congress)नेताओ ने जोरदार स्वागत किया। सैकड़ों को संख्या में कांग्रेस नेता रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) को फूलमालाओं से लाद दिया।

नरेंद्र सिंह तोमर पर किया पलटवार

पूर्व मुख्यमंत्री ओर राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) के कांग्रेस के खून से सिंचाई करने के सवाल पर तंज कसा। उन्होंने सवाल किया कि गोधरा में पानी से सिंचाई हुई थी कि खून से? दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा हमेशा नफरत और हिंसा की राजनीति करती है दंगे फसाद कराती है, खून की खेती तो भाजपा (BJP)करती है, हम लोग तो शांतिप्रिय लोग हैं, सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलते आए हैं। दिग्विजय सिंह ने आज किसानों के चक्का जाम में शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि जो लोग भी किसान विरोधी कानून का विरोध करते हैं तो सड़क पर आयें और वे इस चक्का जाम में शामिल हों।

अवैध खनन को लेकर CM पर साधा निशाना

दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने अवैध खनन कार्ने वाले माफिया (Mafia)द्वारा पुलिस और प्रशासन पर हमले किये जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री सहित शासन प्रशासन को ही कठघरे में खड़ा किया। उन्होनें कहा है कि खनन माफिया शासन, प्रशासन, विधायक, मंत्रियों और मुख्यमंत्री तक को हिस्सा देते हैं जिसमें अवैध खनन उनका रोजगार है तो हमले होंगे। उन्होंने कहा कि हमले इसलिए होते हैं कि तुमने पैसा भी ले लिया और रोकते भी हो। यदि प्रशासन चाहे तो ये अवैध खनन एक दिन में रोक सकता है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुझे पहुंचाया दुख

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh)से जब मीडिया ने सदन में उनकी और ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia)  के बीच हुई नोंक झोंक और आशीर्वाद वाली बता पर सवाल किया तो उन्होंने हंस कर उसे ये कहकर टाल दिया कि जब राज्यसभा की बैठक होती तो लॉबी में मुलाकात होती है और अंदर बात भी होती है। उन्होंने कहा कि कि मुझे दुख इस बात का है कि जिस पार्टी ने सिंधिया को सब कुछ दिया मंत्री बनाया वे उसी पार्टी की नीतियों के खिलाफ भाषण दे रहे थे। ये मुझे अच्छा नहीं लगा।

मुरलीधर राव ने सही कहा भाजपा में असंतोष है

दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने भाजपा के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव (Murlidhar Rao)के उस बयान का अप्रत्यक्ष समर्थन किया जिसमें उन्होंने कहा था कि सिंधिया समर्थकों के कारण उनके लोग समाहित नहीं हो पा रहे। दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा कि ये स्वभाविक बात है भाजपा के पुराने उन नेताओं में असंतोष है जिनका हक मारा गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से गद्दारी कर गए लोग मंत्री बने बैठे हैं और समर्पित कार्यकर्ता एवं सीनियर लीडर अजय विश्नोई (Ajay Vishnoi), राम पाल सिंह (Rampal Singh), राजेंद्र शुक्ला (Rajendra Shukla)जैसे लोग बाहर हैं। नाराजी होना स्वभाविक है।

चन्दे के नाम पर हिंसा करने वालों के खिलाफ जायेंगे कोर्ट

दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh)ने कहा कि राम मंदिर को लेकर मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि जब राम मंदिर का निर्माण सरकार करेगी, उसके लिए ट्रस्ट भी बना दिया फिर चंदा वसूली क्यों? उन्होंने कहा कि चंदा वसूली करने वाले डंडे तलवारें लेकर चल रहे हैं गंदे नारे लगा रहे हैं हिंसा कर रहे हैं। ये कौन सा धर्म है। उन्होंने कहा कि चन्दा उगाही के नाम पर उज्जैन, इंदौर , मंदसौर में हिंसा की गई जो घटनायें हुई उनके बारे में मैंने मुख्य सचिव और डी आई जी को पत्र लिखा है। यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती तो वे निजी तौर पर हाई कोर्ट जायेंगे।

दिग्विजय सिंह का बड़ा आरोप, माफिया CM तक हिस्सा देता है, रोकोगे तो हमला होगा ही

गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) अल्प प्रवास पर ग्वालियर आए थे। वे ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद सीधे राधौगढ़ रवाना हो गए ।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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