ग्वालियर, अतुल सक्सेना। हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) की प्रस्तावित गोडसे यात्रा के लेकर ग्वालियर से लेकर दिल्ली तक तकरार बढ़ गई है। ग्वालियर जिला प्रशासन और दिल्ली पुलिस ने गोडसे यात्रा (Godse Yatra) को अनुमति देने से इंकार कर दिया जिसके बाद हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) ने गोडसे यात्रा (Godse Yatra) को स्थगित कर दिया है। हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) के नेताओं ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताते हुए कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) अब इसके खिलाफ न्यायालय की शरण में जाएगी।
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हिन्दू महासभा के एक मात्र पार्षद रहे गोडसे भक्त बाबूलाल चौरसिया (Babulal Chaurasiya) के पिछले दिनो कांग्रेस जॉइन करने के बाद एक्शन मोड में आई हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) ने ग्वालियर से दिल्ली तक गोडसे यात्रा (Godse Yatra) निकलने का एलान किया था। हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) ने गोडसे यात्रा में पूरे देश से दस हजार कार्यकर्ताओं को जोड़ने का लक्ष्य रखा था। पार्टी ने ग्वालियर जिला प्रशासन (Gwalior District Administration) से यात्रा निकालने की अनुमति मांगी थी जिसे देने से प्रशासन ने इंकार कर दिया। उधर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने यात्रा को दिल्ली में निकाले जाने की अनुमति नहीं दी लिहाजा हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) ने गोडसे यात्रा (Godse Yatra) स्थगित कर दी है।
भाजपा और कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप
हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ जयवीर भारद्वाज (Dr Jaiveer Bharadwaj) ने कहा कि हमें ग्वालियर जिला प्रशासन और दिल्ली पुलिस से अनुमति नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि ये काम भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) के इशारे पर किया गया है। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के इशारे पर ग्वालियर जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी उन्होंने आरोप लगाए कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी (Sonia Gandhi) ने दिल्ली पुलिस के डीसीपी (DCP Delhi Police) को चिट्ठी लिखी जिसके बाद डीसीपी (DCP) ने गोडसे यात्रा (Godse Yatra) की अनुमति देने से इंकार कर दिया।
न्यायालय की शरण में जाएगी हिन्दू महासभा
हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ जयवीर भारद्वाज (Dr Jaiveer Bharadwaj) ने कहा कि हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) गोडसे यात्रा (Godse Yatra) के माध्यम से नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) द्वारा किए गए राष्ट्र हितैषी कार्यों को जनता तक पहुंचें जा रही थी, क्योंकि प्रतिबंधों और दुष्प्रचार की वजह से अधिकतर जनता सिर्फ इतना ही जानती है कि गोडसे ने गांधी की हत्या की, पर गांधी की हत्या क्यों की, गोडसे कौन थे? और क्या करते थे? उनका राष्ट्र के प्रति क्या योगदान था? यह भी जानना लोगों का अधिकार है और हम यह जानकारी जनता तक यात्रा के माध्यम से पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) ये सच जनता के सामने नहीं आने देना चाहती। उन्होंने कहा कि हम शांतिपूर्वक यात्रा निकालने जा रहे थे जिसकी अनुमति नहीं दी गई है ये लोकतंत्र की हत्या है। फिलहाल हमने इसे स्थगित किया है लेकिन हम प्रशासन के फैसले के खिलाफ जल्दी ही न्यायालय में जायेंगे।