जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर के वकीलों ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत का 2 दिन के लिए बहिष्कार कर दिया है। ऐसे में अब 5 एवं 6 फरवरी को जिला सत्र न्यायाधीश की अदालत में ना ही वकील पैरवी करेंगे और ना ही किसी केस की सुनवाई होगी। 2 दिन के लिए वकीलों ने डीजे कोर्ट का पूरी तरह से बहिष्कार करने का मन बना लिया है। सभी वकील मिलकर जिला सत्र न्यायाधीश के स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं। डीजे कोर्ट के इस बहिष्कार में हाई कोर्ट जबलपुर ने भी समर्थन किया है।
वकीलों के साथ जिला सत्र न्यायाधीश करते हैं बदसलूकी
जिला सत्र न्यायाधीश पर आरोप लगा है कि वह वकीलों से बदसलूकी करते हैं। जिसकी शिकायत मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक व जगदीश अतुल श्रीधरण को सौंपी जा चुकी है। रजिस्ट्रार जनरल वा रजिस्ट्रार विजिलेंस को इसकी प्रतियां भी भेजी गई है। शिकायत में वकीलों ने बताया कि जिला सत्र न्यायाधीश ना केवल वकीलों से बदसलूकी कर रहे हैं बल्कि अपने अन्य न्यायाधीशों पर भी दबाव बढ़ा रहे है। जिससे आम जनता को समय पर न्याय नहीं मिल पा रहा है।
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जिला अदालत भवन पर भी न्यायाधीश नहीं देते हैं ध्यान
जिला बार पदाधिकारियों ने बताया कि जिला अदालत जबलपुर में समस्याएं यथावत बनी हुई है। 1 साल से लिफ्ट खराब है। ऑडिटोरियम अब तक अर्ध निर्मित अवस्था में पड़ा हुआ है। कोविड काल में अनलॉक के बावजूद पोस्ट ऑफिस, बैंक, कैंटीन का निर्माण कार्य पूर्ण कराने की दिशा में प्रयास पूरी तरह से नदारद रहे हैं। फाइलिंग में समय सीमा की छूट की मांग भी दरकिनार कर दी गई। जिससे वकीलों में आक्रोश व्याप्त है।