इंदौर।स्पेशल डेस्क रिपोर्ट
पति – पत्नि के बीच यदि कोई तीसरा नाम जुड़ जाता है तो वो किसी को एक पक्ष को इतना परेशान भी कर सकता है कि वो पूरी तरह से मानसिक तौर पर पीड़ित हो जाये और वो आत्मघाती कदम उठाने जैसा प्रयास भी कर सकता है।
दरअसल, इंदौर में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमे एक वकील ने खुदकुशी कर अपनी जान दे दी। वकील पति ने सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमे उन्होंने अपनी पत्नी व दो अन्य जिसमे एक महिला भी शामिल है उन्हें इस आत्मघाती कदम का जिम्मेदार बताया है।
मिली जानकारी के मुताबिक पंढरीनाथ थाना क्षेत्र में रहने वाले वकील संजीव मेहरा ने आत्महत्या के पूर्व लिखे सुसाइड नोट में पत्नि, कथित प्रेमी व अन्य लोगो को मौत जिम्मेदार ठहराया है। इधर, पंढरीनाथ थाना टीआई कमलेश शर्मा ने बताया कि मृतक वकील ने 24 जून को किटनाशक खा लिया था जिसके बाद वकील संजीव मेहरा एम. वाय.अस्पताल मे भर्ती किये गये थे। अस्पताल मे पुलिस ने उनके बयान लेने कि कोशिश 2 से 3 बार की थी लेकिन वो बयान देने की स्थिति में नही थे। जिसके चलते वकील के बयान नही हो पाए है। वकील के उदापुरा स्थित निवास से पुलिस को कीटनाशक और सुसाइड नोट मिला जिसके आधार पट पुलिस जांच के जुटी है। पुलिस के मुताबिक मृतक एडवोकेट की पत्नि का किसी से सबंध था और इस बात का जिक्र सुसाइड नोट में किया गया है। पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में द्वेदी का नाम सामने आया है और इनकी पत्नि का नाम अंतिम मेहरा है। फिलहाल, पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है वही पुलिस ने बताया 16 तारीख को एडवोकेट संजीव मेहरा ने मकान क़ी रजिस्ट्री गुम होने की सूचना दी थी।
एडवोकेट संजीव मेहरा ने सुसाइड नोट के रिश्तों को तार – तार कर देने वाले खुलासे किए गए है जिनके आधार पत्नि अंतिम कथित प्रेमी योगेश सहित कुछ रिश्तेदारों के नाम भी है वही दूसरी और उन्होंने अपने दोनों बेटों का ध्यान रखने के लिए अपने परिवार से गुहार भी लगाई। 4 पन्नों के सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।