भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश विधानसभा (Madhya Pradesh Legislative Assembly) के शीतकालीन सत्र (winter session) के लिए विधानसभा सचिवालय (Assembly Secretariat) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। कोरोना (Corona) काल में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र को लेकर सावधानियां बरती जा रहीं हैं। इसीलिए विधानसभा सचिवालय ने जिला कलेक्टरों (District Collectors) को पत्र लिखकर विधायकों की कोरोना रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना संक्रमण के कारण मध्यप्रदेश विधानसभा के सत्रों पर बड़ा असर हुआ है। एक भी सत्र नियमित प्रक्रिया की तहत आयोजित नहीं हो पाया है इसलिए कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में चलते कांग्रेस विधायक दल ने सदन की कार्यवाही सामान्य तरीके से संचालित करने की इच्छा जताई है। गौरतलब है कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 से 30 दिसंबर तक तीन दिन के जा रहा है इसके आयोजन के लिए विधानसभा सचिवालय ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सचिवालय ने सभी जिला कलेक्टरों से विधायकों की कोरोना संक्रमण संबंधी रिपोर्ट मांगी है। वहीं बताया गया है 23 दिसंबर से विधानसभा के अधिकारियों और कर्मचारियों की कोरोना संबंधी जाँच शुरू हो जाएगी। उधर जिन विधायकों की जांच जिलों में नहीं हो पायेगी वे विधानसभा परिसर में जांच करा सकेंगे।
सत्र का स्वरुप अभी नहीं है स्पष्ट
विधानसभा के शीतकालीन सत्र की तैयारी भले ही विधानसभा सचिवालय ने शुरू कर दी है लेकिन सत्र का स्वरूप कैसा होगा अभी ये स्पष्ट नहीं है। गौरतलब है कि भाजपा और कांग्रेस विधायक दल के सचेतक अधिक से अधिक विधायकों की मौजूदगी के साथ सत्र करने की बात प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा के सामने रख चुके हैं। कोरोना को देखते हुए सदन में दो सदस्यों के बीच ट्रांसपेरेंटशीट लगाने पर भी विचार किया जा रहा है। साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी विधायकों के सदन की कार्यवाही में शामिल होने की वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जा रही है।
28 विधायकों को दिलाई जाएगी शपथ
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में 28 विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष , उपाध्यक्ष का निर्वाचन होगा। धर्म स्वातंत्र्य विधेयक , अनुपूरक बजट सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा होगी।