भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश उपचुनाव (Madhya Pradesh by-election) में करारी शिकस्त झेलने के बाद लगातार संगठन और मीडिया (media) के नजर में आने वाले कमलनाथ (kamalnath) जल्द ही नेता प्रतिपक्ष (opposition leader) पद से इस्तीफा दे सकते हैं। एक तरफ जहां हाईकमान (High command) सहित प्रदेश में उनके नेतृत्व पद से इस्तीफा देने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। वहीं दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष पद के लिए कांग्रेस (congress) में उम्मीदवारों की लंबी लिस्ट भी तैयार है। सोमवार को कमलनाथ दिल्ली से वापस भोपाल (bhopal) पहुंच रहे हैं। जिसके बाद माना जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष पद के लिए वह कोई बड़ी घोषणा करेंगे।
दरअसल विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस 9 सीटों पर जीत हासिल करने में सफल रही है लेकिन इसके साथ ही 19 सीटों पर उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के लिए पार्टी संगठन दबी आवाज में लगातार कमलनाथ को निशाना बना रहे हैं। वहीं विपक्ष भी कमलनाथ को घेरे हुए हैं। इसी बीच चर्चा है कि भोपाल पहुंचते ही कमलनाथ नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं। इसी के साथ नेता प्रतिपक्ष पद के लिए जिन प्रमुख दावेदारों के नाम मध्य प्रदेश की राजनीति में सुनाई दे रहे हैं। उनमें डॉक्टर गोविंद सिंह(Govind Singh), एनपी प्रजापति(N.P.Prajapati), सज्जन सिंह वर्मा(Sajjan Singh Verma), बाला बच्चन(Bala Bachhan), विजयलक्ष्मी साधो (Vijaylakshami Sadho) और जीतू पटवारी (Jitu Patwari) के नाम प्रमुख माने जा रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष पद के लिए दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) समर्थक गोविंद सिंह का नाम सबसे प्रबल दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेसी डॉक्टर गोविंद सिंह को भी नेता प्रतिपक्ष का पद सौंप सकती है। गोविंद सिंह कई बार प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व पर सवाल खड़े कर चुके हैं। इसके साथ ही उपचुनाव में गोविंद सिंह की मर्जी के खिलाफ एक प्रत्याशी को टिकट दिया गया था। जिससे गोविंद सिंह में नाराजगी भी देखने को मिली थी।
वहीं कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष के लिए सियासी घमासान में विजयलक्ष्मी साधो को विपक्ष के नेता की कमान सौंपी जाने की खबर सामने आ रही है। माना जा रहा है कि उपचुनाव के दौरान सबसे चर्चित डबरा सीट (Dabra Seat) पर कांग्रेस की जीत में विजयलक्ष्मी साधो का बड़ा योगदान रहा है। इस सीट पर सुरेश राजे (Suresh Raje) ने 7000 से अधिक वोटों से इमरती देवी (Imarti Devi) को हराया था। वहीं इस सीट पर पार्टी की प्रभारी रही विजयलक्ष्मी साधो क नाम नेता प्रतिपक्ष के लिए चर्चा में आ गया है।
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दूसरी तरफ आदिवासी विधायक बाला बच्चन का नाम पद के लिए सामने आ रहा है। बाला बच्चन पहले भी उप नेता प्रतिपक्ष का पद संभाल चुके हैं। इसके साथ ही वह कमलनाथ के करीबी माने जाते हैं। इसके साथ ही कमलनाथ के सबसे विश्वासपात्र और अनुभवी कांग्रेसी नेता सज्जन सिंह वर्मा को भी नेता प्रतिपक्ष पद की कमान दी जा सकती है।
इसके अलावा जो नाम चर्चा का विषय है वह है कमलनाथ सरकार में पूर्व मंत्री रहे जीतू पटवारी का। जीतू पटवारी कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभाल चुके हैं। इसके साथ ही वह राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। बीते दिन भी बंगलुरु में जब राजनीतिक विवाद खड़ा हुआ था। तब जीतू पटवारी को बंगलुरु भेजा गया था।
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कमलनाथ कांग्रेस अध्यक्ष पद के साथ नेता प्रतिपक्ष पद की कमान संभाल रहे हैं। ऐसे में कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बने रहेंगे लेकिन मुमकिन है कि वो नेता प्रतिपक्ष का पद त्याग दें। ऐसे में पार्टी के अंदर दावेदारों की बड़ी फेहरिस्त तैयार है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी (BJP) नेता प्रतिपक्ष में कांग्रेस की दावेदारी तौर पर तंज कसते नजर आ रही है। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस में नेतृत्व नहीं बचा है और वह पदों की लड़ाई में एक-दूसरे को निपटाने में लगे हुए हैं।
इसी बीच उपचुनाव के नतीजे के बाद 12 नवंबर को दिल्ली पहुंचे कमलनाथ पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) सहित अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं से उपचुनाव के नतीजे पर चर्चा कर चुके हैं। जिसके बाद वह सोमवार को वापस भोपाल लौट रहे हैं। अब ऐसे में यह देखना होगा कि कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष का पद सीनियर नेताओं को सौंपेगी या फिर महिला चेहरे के साथ विधानसभा में सत्तापक्ष को घेरने की कोशिश करती है।