ग्वालियर, अतुल सक्सेना। शहर की बिगड़ी यातायात व्यवस्था को सुधार के लिए लेकर पिछले कई वर्षों से लगातार प्रशासनिक स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन फिर भी हालात सुधर नहीं रहे हैं। हालात कितने बदतर हो चुके हैं इसका उदाहरण रविवार को देखने को मिला जब एक विधायक को सड़क पर उतरकर यातायात को नियंत्रित करना पड़ा।
पांच अलग अलग देशों की वास्तुकला को प्रदर्शित करती ऐतिहासिक इमारतों को सहेजे ग्वालियर का महाराज बाड़ा शहर का प्रमुख व्यापारिक केंद्र भी है। शहर के लोग यहाँ खरीददारी करने आते हैं यही कारण है कि यहाँ यातायात का दबाव बहुत अधिक रहता है और व्यवस्था बिगड़ जाती है। रविवार को भी ऐसा ही कुछ हुआ। ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए महाराज बाड़े से निकल रहे थे लेकिन भीड़ के चलते वे वहाँ फंस गए।
हालात देखकर उन्होंने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह और एसपी अमित सांघी को फोन कर हालात की जानकारी दी और खुद गाड़ी से उतरकर यातायात को नियंत्रित करने लगे। विधायक द्वारा यातायात नियंत्रित करने की जानकारी मिलते ही महाराज बाड़ा पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी भी यातायात व्यवस्थित करने लगे। विधायक प्रवीण पाठक ने करीब दो घंटे तक यातायात को नियंत्रित किया उसके बाद वे वहाँ से निकल पाए।
बहरहाल विधायक की दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद महाराज बाड़े का यातायात कुछ देर के लिए व्यवस्थित हो लेकिन उसके बाद वो फिर से वैसा ही हो गया। वजह साफ है कि जिन सरकारी मुलाजिमों के ऊपर यातायात को व्यवस्थित करने का जिम्मा है वे ही यदि गंभीरता नहीं दिखाएंगे तो हालात बद से बदतर होते चले जायेंगे जिसका खामियाजा शहर का हर नागरिक भुगतेगा।