भोपाल। देशभर में फैले कोरोना संक्रमण(Corona infection) के बीच अब मध्यप्रदेश में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया(Rajya Sabha MP Jyotiraditya Scindia) ने कोविड19(covid19) की लड़ाई में बड़ा योगदान दिया है। बीजेपी नेता सिंधिया ने गुरुवार को अपना प्लाज्मा डोनेट(plasma donate) किया। इसकी जानकारी खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiraditya Scindia) ने अपने ट्वीट(tweet) के माध्यम से दी है। अपना प्लाज्मा डोनेट करने के बाद सिंधिया ने कहा कि देशवासियों की जान की सुरक्षा सभी का दायित्व है।
दरअसल गुरुवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भोपाल में कोरोना से लड़ाई में अपना बड़ा योगदान देते हुए अपना प्लाज्मा डोनेट किया है। ट्विटर पर अपनी एक फोटो पोस्ट करते हुए सिंधिया ने लोगों के साथ इस जानकारी को साझा किया है। अपनी फोटो को सांझा करते हुए सिंधिया ने लिखा है कि संक्रमण का सामना कर चुके और इससे जीत चुके हजारों नागरिकों को आगे आना चाहिए और अपना प्लाज्मा डोनेट कर अन्य संक्रमित के इलाज में मदद करनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि देशवासियों की जान की सुरक्षा करना सभी का दायित्व है।
वहीँ ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस कार्य पर मुख्यमंत्री हिवराज सिंह चौहान ने उनकी जमकर तारीफ की है उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्लाज्मा डोनेट कर सेवा और समर्पण का एक और अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। वहीँ उन्होंने विश्वास जताया है कि श्रीमंत की इस पहल से आम जन भी प्रेरित होंगे।सतत जनसेवा और जनकल्याण की आपकी यह पवित्र भावना और अनुपम प्रयास अभिनंदनीय है। जिसपर राज्यसभा सांसद ने आभार जताते हुए कहा कि धन्यवाद मुख्यमंत्री जी। करोना के खिलाफ लड़ रहे हमारे योद्धा हर दिन अपने जीवन को संकट में डालकर सेवाभाव के साथ कार्य कर रहे हैं। ऐसे समय में कोरोना महामारी से लड़ने में हम सभी को अपना योगदान देना चाहिए, और यही हमारा लक्ष्य भी होना चाहिए।
बता दें कि इससे पहले मंत्रिमंडल विस्तार में सिंधिया ने कहा था मुझे जब करो ना हुआ था मैं मानसिक तनाव में था काफी कुछ भोगा है। कोरोना खतरनाक बीमारी है। उससे उभरने में करीबन उन्हें 1 महीने लग गए थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन का निर्णय नहीं लिया रहता तो भारत में लाशों के ढेर लग जाते। ज्योतिरादित्य सिंधिया इससे पहले संक्रमण का सामना कर चुके हैं। दरअसल जून के पहले सप्ताह में दिल्ली में सिंधिया की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद उन्हें दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी दूसरी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था।