टीकमगढ़।आमिर खान।
विवादों में रहने में वाले खनिज अधिकारी प्रशांत तिवारी एक बार फिर सुर्ख़ियों में आए हैं। इस बार इन पर पत्रकार से कवरेज करने के दौरान मारपीट कर मोबाइल छीनने का आरोप लगा है। घटना की सूचना के बाद जिले के तमाम पत्रकारों में रोष व्याप्त है। मामले को लेकर पत्रकार संगठन के पदाधिकारियों ने एसपी से मुलाकात कर कार्यवाही की मांग है, जिस पर एसपी प्रशांत कुमार खरे ने जांच के आदेश दिए हैं। यह पूरी घटना देहात थाने के अंदर की बताई जा रही है, जो सीसीटीवी में भी कैद हुई है।
आज सुबह अतुल्य भास्कर दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार सूर्य प्रकाश खरे ने आज एक लिखित आवेदन एसपी टीकमगढ़ को सौंपा है, जिसमें उन्होंने बताया कि आज सुबह अपने पानी के प्लांट पर थे तभी खनिज अधिकारी प्रशांत तिवारी एक रेत के वाहन को पकड़े थे। मुझे ऐसा प्रतीत हुआ कि यह वाहन अवैध रेत से भरा है, तो मैंने तत्काल इसकी वीडियो बनाना शुरू कर दी। वीडियो बनाने के दौरान खनिज अधिकारी प्रशांत तिवारी नाराज हो गए और कैमरा बंद करने को कहा। मैंने उन्हें अपना परिचय दिया, किन्तु वह अनभिज्ञ बन गए और वाहन सहित देहात थाने के लिए रवाना हो गए। मै भी उनके पीछे अपनी मोटरसाइकिल से देहात थाने पहुंचा, जहां उन्होंने सीधे मेरे ऊपर हमला कर दिया और मारपीट करते हुए मेरा मोबाइल छीन लिया। इतना ही नहीं उन्होंने मेरे साथ गाली गलौज करते हुए कालर पकड़ी और मुझे थाने के अंदर बंद करने को कहा। किन्तु सभी पुलिसकर्मी मुझसे परिचित थे कि मै पत्रकार हूं, जिस वजह से मुझे बंद करके मामले को शांत कराने कि कोशिश की। सूर्य प्रकाश खरे का कहना है कि यह पूरी घटना देहात थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है। उन्होंने व जिले के पत्रकारों ने दोषी खनिज अधिकारी प्रशांत तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज कर मोबाइल जब्त करने की मांग की है। वहीं इस मामले में खनिज अधिकारी प्रशांत तिवारी ने इन आरोपों को झूठा बताया। उन्होंने कहा मैंने किसी के साथ कोई मारपीट नहीं की। फिलहाल अब पूरे मामले की जांच के बाद क्या सामने आता है वह देखना बाकी है।
इनका कहना है
मामले की जानकारी आते ही मैंने तत्काल प्रभाव से टीकमगढ़ के कलेक्टर महोदय को इससे अवगत कराया। साथ इस मामले की जांच देहात थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर नसीर फारूखी को सौंप दी है। जांच में जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी। इस मामले में एक पहलू और सामने आया है कि यह किसी पुलिस कांस्टेबल का वाहन है, अगर ऐसा पाया जाता है तो उसके विरूद्ध भी विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
प्रशांत कुमार खरे, एसपी, टीकमगढ़