भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। बीते दिनों CBSE ने अपनी 10वीं की परीक्षा रद्द कर दी है। वहीं 12वीं की परीक्षा को विचाराधीन रखा गया है। इसी तर्ज पर मध्य प्रदेश बोर्ड (MP Board) की परीक्षा में प्रमोशन (Promotion) देने की चर्चा आम हो गई है। इस विषय पर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (indar singh parmar) का बड़ा बयान सामने आया है।
दरअसल मीडिया से बात करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने परीक्षा रद्द कर जनरल प्रमोशन (General promotion) देने की बात को सिरे से नकार दिया है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा है कि किसी भी हाल में मध्य प्रदेश बोर्ड में 10वीं-12वीं की परीक्षा को रद्द नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देने का सवाल ही पैदा नहीं होता है।
इस मामले में स्पष्टीकरण देते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि जनरल प्रमोशन देने के बाद विद्यार्थियों को मानसिक परेशानी से गुजरना पड़ा है। बीते साल जब तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह द्वारा प्रदेश के बच्चों को जनरल प्रमोशन दिया गया था तो कई संस्थानों द्वारा उन्हें प्रवेश देने से मना कर दिया गया था। जिसका खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ा था। वहीं इनमें से कई बच्चे मानसिक परेशानी से गुजरने लगे थे। इसके लिए जरूरी है कि विद्यार्थियों की परीक्षा हर हाल में हो।
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स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी 9वी और 11वीं की परीक्षा ओपन बुक पद्धति के माध्यम से ली जा रही है। बोर्ड के परीक्षार्थियों के लिए भी परीक्षा के पैटर्न में बदलाव कर परीक्षा ली जाएगी लेकिन किसी भी सूरत में परीक्षा को रद्द कर जनरल प्रमोशन नहीं दिया जाएगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने परमार ने कहा कि जून में परीक्षाएं ऑफलाइन ली जाए इसके लिए पूरी तैयारियां की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा कोरोना कि नियंत्रण स्थिति पर नजर रखी जा रही है। वहीं परीक्षा किस पैटर्न पर ली जाएगी। इसका फैसला बाद में किया जाएगा। बता दें कि इससे पहले स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्राचार्य और शिक्षकों को 9वी और 11वीं की फाइनल परीक्षा आयोजित करवाने तथा 10वीं और 12वीं की प्री बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दे दिए गए हैं। वहीं प्रदेश में परीक्षा शुरू हो गई है।