भोपाल।
मध्य प्रदेश(madhyapradesh) की राजनीति(politics) में लगाए अंदेशें अब सही होते जा रहे हैं। राज्यसभा चुनाव(rajyasabha election) में कांग्रेस(congress) की तरफ से दूसरे उम्मीदवार बने फूल सिंह बरैया को कांग्रेस अब उपचुनाव में बड़ी जिम्मेदारी सौंपने जा रही है। हालांकि चर्चा पहले से थी के उपचुनाव(by-election) में कांग्रेस की तरफ से फूल सिंह बरैया को उम्मीदवार बनाया जाएगा। जिसके बाद आज शुक्रवार को फूल सिंह बरैया ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि कांग्रेस की तरफ से उन्हें उपचुनाव लडने के लिए कहा गया है।
दरअसल राज्यसभा चुनाव में दिग्विजय सिंह(digvijay singh) के जीतने के बाद से ये चर्चा तेज हो गई थी कि कांग्रेस फूल सिंह बरैया को उपचुनाव में उम्मीदवार खड़ी कर सकती है। जिसके बाद अब बरैया ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि अब उप चुनाव लड़ना उनके लिए जरूरी हो गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर वह चुनाव नहीं लड़ते हैं तो उनके क्षेत्र के लोगों में इसके लिए निराशा का माहौल होगा। वही बरैया ने यह भी कहा है कि वह भांडेर से उपचुनाव में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करेंगे। वहीं राज्यसभा भेजे जाने पर बरैया ने कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है लेकिन जहां तक मेरा नजरिया है अगर राज्यसभा में कांग्रेस मुझे उम्मीदवार बनाकर भेजती तो इससे पार्टी में तूफान खड़ा हो जाता। महेश के साथ दरिया ने यह भी कहा कि दिग्विजय सिंह पार्टी के बड़े नेता हैं और राज्यसभा के लिए वह मुझसे बेहतर उम्मीदवार थे।
इधर चुनाव जीतकर राज्यसभा ना जा पाने के सवाल पर बरैया ने कहा इससे उनके क्षेत्र में लोगों को निराशा तो हुई है और इसी वजह से कांग्रेस ने उप चुनाव लड़ने के लिए कहा है ताकि कार्यकर्ताओं और क्षेत्र के लोगों में उत्साह बना रहे। वही बहुजन संघर्ष दल के भविष्य को लेकर पूछे गए सवाल में बरैया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में आने के बाद और संघर्ष दल का कोई अस्तित्व नहीं रह गया है। इसी के साथ बरैया ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी बहुजन संघर्ष दल के लोगों को महत्व देती है तो उपचुनाव में वह चंबल ग्वालियर के 16 से 16 सीट को कांग्रेस के खाते में लेकर आएंगे।
बता दें कि राज्यसभा में कांग्रेस की तरफ से दिग्विजय सिंह के अलावा फूल सिंह बरैया को उम्मीदवार बनाया गया था। किंतु अचानक से सत्ता से हटने के बाद कांग्रेस के लिए राज्यसभा की 2 सीटों पर चुनाव जीतना मुश्किल हो गया। इसके बाद पार्टी ने दिग्विजय सिंह को पहला उम्मीदवार बनाते हुए फूल सिंह बरैया का नाम पीछे कर लिया था। तभी से प्रदेश की राजनीति गलियारों में यह चर्चा तेज हो गई थी कि कांग्रेस उपचुनाव में बरैया को उम्मीदवार घोषित कर सकती हैं। अब देखना यह है कि उपचुनाव में बाड़मेर से फूल सिंह बरैया के उम्मीदवार होने पर कांग्रेस को कितना फायदा मिल पाता है।