भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कार्यकारिणी की चर्चा के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) ने बीजेपी कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है। हालांकि नए कार्यकारिणी के ऐलान के साथ ही संगठन स्तर पर बड़ा बदलाव देखने को मिला है। प्रदेश कार्यकारिणी में बीजेपी (BJP) ने पहली बार कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी अखिलेश जैन को सौंपी है। पार्टी की आर्थिक पारदर्शिता बनाए रखने के लिए बीजेपी ने कार्यकारिणी में पहली बार कोषाध्यक्ष की नियुक्ति की है।
प्रदेश कार्यकारिणी में कोषाध्यक्ष की नियुक्ति पर प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि बीजेपी राजनीतिक संगठन की बड़ी पार्टी है। ऐसे में पार्टी की आर्थिक व्यवस्था कुशल और पारदर्शी हो इसके लिए कोषाध्यक्ष की नियुक्ति की गई है। साथ ही वीडी शर्मा ने कहा कि कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी इनके जानकारों को दी गई है। इसके अलावा आगे जिलों की कार्यकारिणी में भी आर्थिक पारदर्शिता के लिए कोषाध्यक्ष और सह कोषाध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। बता दें कि मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रदेश पदाधिकारी और पार्टी के विभिन्न मोर्चों से प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने नई कार्यकारिणी में 12 उपाध्यक्ष और प्रदेश मंत्री बनाए हैं।
Read More: MP News: कृषि कानूनों के विरोध में आज कांग्रेस करेगी यह बड़ा काम, कमलनाथ भी रहेंगे शामिल
हालांकि साढ़े 4 साल बाद बीजेपी के प्रदेश कार्यकारिणी में हुए बदलाव में युवाओं को मौका दिया गया है वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) की केवल एक समर्थक को इस में जगह दी गई है। सिंधिया समर्थक मदन कुशवाहा को प्रदेश मंत्री बनाया गया है। वहीं जीतू जिराती और पंकज जोशी को टीम में फिर से शामिल किया गया है।
सीनियर नेताओं को संगठन कार्यकारिणी से दूर रखने के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा का कहना है कि बीजेपी पद्धति से चलने वाली पार्टी है। जिन वरिष्ठों को संगठन की जिम्मेदारी से मुक्त किया गया है। उन से चर्चा की जा चुकी है। ऐसे में आवश्यकता अनुसार प्रत्येक कार्यकर्ता के रूप में सीनियर नेता लगातार अपनी सेवा देते रहेंगे।
बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही साथ प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर प्रदेश भर में चर्चा का माहौल था। जहां माना जा रहा था कि जिन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई है उन्हें संगठन में जगह दी जाएगी। ऐसे में संजय पाठक(sanjay pathak), अजय विश्नोई (Ajay vishnoi) जैसे दिग्गजों को भी संगठन कार्यकारिणी से दूर रखा गया है। वही माना जा रहा है कि सिंधिया समर्थक के अलावा बीजेपी के कुछ वरिष्ठ नेताओं को निगम मंडल में जगह दी जा सकती है। हालांकि शिवराज सरकार ने अभी तक निगम और मंडल की नियुक्तियां नहीं की है।