भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| केंद्र सरकार के नए कृषि कानून (New Farm Law) के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन (Farmer Protest) के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने देश के किसानों के खुला पत्र लिखा है| 8 पन्नों के अपने पत्र में तोमर ने केंद्र के नए कृषि कानूनों की खूबियां गिनाई हैं| यह चिट्ठी उन्होंने कृषि कानून को लेकर फैले भ्रम को दूर करने के लिए लिखी है|
चिठ्ठी में तोमर ने किसानों को विश्वास दिलाने की कोशिश की है कि नए कृषि सुधारों से उनका ही फायदा होने वाला है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस समेत विरोध करने वाले राजनीतिक दलों को भी निशाने पर लिया है| तोमर ने लिखा है कि कुछ लोग किसानों के बीच लगातार झूठ फैला रहे हैं। किसानों को उनकी बातों में नहीं फंसना चाहिए। उन्होंने कहा है कि सरकार MSP पर लिखित में आश्वासन देने को तैयार है| कोई भी किसानों की जमीनों पर कब्जा नहीं कर सकता, क्यूंकि यह कानून किसानों के भूमि के किसी भी तरह के ट्रांसफर, बिक्री, लीज या गिरवी की अनुमति नहीं देता है|
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के मंत्र पर चलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने बिना भेदभाव सभी का हित करने का प्रयास किया| पिछले 6 वर्षों का इतिहास इसका साक्षी है| कृषि मंत्री ने आगे कहा कि आप विश्वास रखिए, किसानों के हितों में किए गए ये सुधार भारतीय कृषि में नए अध्याय की नींव बनेंगे| उन्होंने किसानों को विपक्ष का मोहरा न बनने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने 1962 के युद्ध में देश की विचारधारा का विरोध किया था, वही लोग किसानों को पर्दे के पीछे से गुमराह कर रहे हैं, आज वे फिर से 1962 की भाषा बोल रहे हैं|
किसानों के नाम कृषि मंत्री का आठ पन्नों का लेटर