भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। 20 दिसंबर 2021 से शुरु हुआ मप्र विधानसभा (MP Assembly 2021) का 5 दिवसीय शीतकालीन सत्र (Winter session)हंगामे की भेंट चढ़ गया है। विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दी गई है।आज शुक्रवार को सदन में आदिवासियों के मुद्दे पर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।
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दरअसल, आज मप्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन था।प्रश्नकाल के दौरान आदिवासियों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि बजट में प्रदेश की 22 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जनजाति के लिए कोई प्रविधान नहीं किया गया है। यह सरकार आदिवासी विरोधी है। वहीं, एन प्रजापति ने कहा कि सदन नियम प्रक्रिया से नहीं चलाया जा रहा है।इसको लेकर संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के सदस्य प्रश्नकाल को बाधित कर रहे हैं, यह बातें बाद में उठाई जानी चाहिए। जब अनुपूरक बजट पर चर्चा हो रही थी तब इनके सदस्यों ने यह बात क्यों नहीं उठाई।
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इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने भी आपत्ति जताते हुए कहा कि प्रश्न काल में अधिकांश प्रश्न कांग्रेस पक्ष के लगे हैं और फिर भी सवाल नहीं किए जा रहे है और इसके बाद हंगामा होते देख उन्होंने प्रश्न काल को स्थगित कर दिया और कार्यवाही भी अनिश्चिकालीन के लिए स्थगित कर दी, हालांकि विधानसभा में हंगामे के बीच ही दो विधेयक पारित किए गए हैं। वन मंत्री विजय शाह ने काष्ठ चिरान संशोधन विधेयक और एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण संशोधन बिल पेश किया, जिसे ध्वनि मत से बहुमत के आधार पर पारित किया गयाl