ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर में शुक्रवार की शाम को शुरू हुई ऑक्सीजन की किल्लत शनिवार को भी ख़त्म नहीं हुई है। हालाँकि एक ऑक्सीजन टैंकर ग्वालियर आ गया है और तीन देर रात तक ग्वालियर पहुँच जायेंगे, वहीं रेगुलर सप्लाई भी जारी है बावजूद इसके प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीज के अटेंडर और अस्पताल संचालक दोनों परेशान हैं। ऑक्सीजन नहीं मिलने से आक्रोशित परिजन, अस्पताल संचालकों के साथ सड़क पर आ गए और उन्होंने जाम लगा दिया।
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ऑक्सीजन की कमीं से जूझ रहे ग्वालियर के निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के अटेंडर और अस्पताल संचालकों का अब धैर्य टूटता जा रहा है। हालाँकि प्रशासन अपनी तरफ से ऑक्सीजन के सप्लाई के दावे कर रहा है और हालात नियंत्रण में बता रहा है लेकिन मरीजों और अस्पताल संचालकों की दहशत इन दावों कसछ सामने ला रही है। शुक्रवार की शाम से रात तक करीब पांच अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से हाहाकार मचा और शनिवार सुबह से फिर कई निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की ख़बरें सामने आने लगी।
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लोटस अस्पताल और वेदांश अस्पताल ने जब शनिवार को मरीजों के परिजनों को ऑक्सीजन नहीं होने और मरीजों को शिफ्ट करने के लिए कहा तो हंगामा मच गया मरीज आक्रोशित हो गए, संचालकों ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रशासन उन्हें ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं करा रहा ऐसे में वो क्या कर सकते हैं। उसके बाद आक्रोशित परिजन अस्पताल संचालकों के साथ सड़क पर आ गए और अस्पताल के बाहर सड़क को जाम कर दिया। जाम की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझने का प्रयास करने लगे तो संचालकों और अपरीजनों ने हाथ जोड़कर कहा कि क्या हमारा मरीज मर जायेगा तब आप लोग जागेंगे? हालाँकि प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि जल्दी ही ऑक्सीजन की व्यवस्था हो जाएगी थोडा सब्र रखिये।
बहरहाल ग्वालियर के हालात शुक्रवार शाम से नाजुक बने हुए हैं , कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह , कोविड प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक, कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार , पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल सब अपने अपने स्तर से ऑक्सीजन की व्यवस्था करने में जुटे हैं लेकिन हालात हैं कि काबू में नहीं आ रहे। एक अस्पताल की आपूर्ति होती है तो दूसरे अस्पताल से ऑक्सीजन खत्म होने की जानकारी आ जाती है। उम्मीद की जा रही है कि रात तक तीन बड़े ऑक्सीजन टैंकर आने के बाद हालात संभल जायेंगे।