पद्मश्री डॉ केके अग्रवाल का कोरोना से लंबी लड़ाई के बाद निधन

Atul Saxena
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट।  लोगों को कोरोना के लिए जागरूक करने वाले देश दुनिया के प्रसिद्ध हार्ट स्पेशलिस्ट पद्मश्री डॉ केके अग्रवाल (Dr K K Aggarwal) का कोरोना (Corona) से लम्बी लड़ाई के बाद बीती रात निधन हो गया। वे 62 साल के थे। उनके निधन की जानकारी उनके ही ट्विटर एकाउंट से साझा की गई। चिकित्सा क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें 2010 में सर्वोच्च सम्मानों में से एक पद्मश्री सम्मान दिया था।

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देश के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट पद्मश्री डॉ केके अग्रवाल (Dr K K Aggarwal) पिछले एक साल से देश के लोगों को कोरोना से जागरूक कर रहे थे।  नियमित रूप से लोगों के लिए वीडियो बनाकर शेयर करना पिछले एक साल से उनकी दिनचर्या में शामिल हो गया था।  इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व डायरेक्टर डॉ केके अग्रवाल (Dr K K Aggarwal) ने अंतिम साँस सोमवार रात 11:30 बजे ली।  वे कोरोना संक्रमित थे। डॉ केके अग्रवाल (Dr K K Aggarwal) ने 28 अप्रैल को अपने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी साझा की थी। उन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज भी लगवा लिए थे।  वे लोगो को कोरोना से जूझने में बहुत हिम्मत देते थे, उनके फेमस शब्द “कोरोना बल्ले बल्ले” और शो मस्ट गो ऑन अब उनके पुराने वीडियो में ही सुने जा सकेंगे।

डॉ केके अग्रवाल (Dr K K Aggarwal) ने खुद पॉजिटिव होने के बावजूद लोगों को जागरूक करना नहीं छोड़ा।  वे लगातार कोरोना की जंग जीतने के लिए अलग अलग तरह की टिप्स सोशल मीडिया पर देते रहते थे।  सिर्फ कोरोना ही नहीं अच्छी हेल्थ के लिए और अन्य बीमारियों के लिए भी डॉ केके अग्रवाल (Dr K K Aggarwal)  टिप्स देते थे।

अंतिम सांस लेने से कुछ घंटे पहले तक डॉ केके अग्रवाल (Dr K K Aggarwal) लोगों को स्वास्थ्य के लिए जागरूक कर रहे थे।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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