इंदौर की बेटी पलक शर्मा को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, पीएम ने दी बधाई

इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर की 13 साल की गोताखोर पलक शर्मा को आज प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।  महज 8 साल की उम्र से तैराकी में गोताखोरी विधा को सीखने और लगातार अभ्यास के चलते 13 वर्ष की ही उम्र में पलक ने साल 2019 में आयोजित एशियन एज ग्रुप चैंपियनशिप में एक स्वर्ण और दो रजत पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया था। अब तक 11 स्वर्ण और रजत पदक मिलाकर कुल 16 पदक जीतने वाली इंदौर की इंटरनेशनल गोताखोर पलक शर्मा को गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

सोमवार को इंदौर कलेक्टर ऑफिस में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर की मौजूदगी में दोपहर को इंटरनेशनल गोताखोर पलक को वर्चुअल माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। वर्चुअल समारोह में दिल्ली से पीएम मोदी और यूनियन मिनिस्टर स्मृति ईरानी शामिल हुई।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।