भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। 60 साल से अधिक आयु के मतदाताओं (Voters) को 2018 के चुनाव (Election) में भाजपा (BJP) ने बहुत रिझाने का प्रयास किया, लेकिन इनकी नाराजगी के चलते भाजपा को 40 प्रतिशत वोट ही मिल सके, जबकि कांग्रेस 45 प्रतिशत वोट लेने में सफल रही, परन्तु 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में मोदी (Narendra Modi) की लहर की वजह से बुजुर्ग मतदाताओं ने केंद्र में सरकार (Modi Government) बनाने के लिए भाजपा को 65 प्रतिशत से अधिक मतदान किया।अब उपचुनावों (MP By-election) में इन बुजुर्ग मतदाताओं को रिझाने के काम भाजपा और कांग्रेस जुटे हुए हैं।
वैसे 60 से अधिक मतदाताओं की संख्या 28 सीटों पर साढे सात लाख है। इन्हें कौन ज्यादा रिझा पाएगा, यह 3 नवंबर को होने वाले मतदान के बाद ही पता चलेगा। प्रदेश की 28 सीटों पर होने जा रहे उपचुनावों में वैसे तो 63 लाख 51 हजार 867 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे, लेकिन 60 साल से अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या ज्यादा नहीं होने के कारण इनके सपोर्ट की बदौलत ही कांग्रेस (Congress) और BJP सफल हो सकेंगे। वर्तमान में 28 सीटों में 60 से 69 साल आयु के मतदाताओं की संख्या 4,64,174 है, वहीं 70 से 79 साल की आयु के मतदाता 2,13,225 हैं।
अनूपपुर में सबसे कम और सुवासरा में सबसे ज्यादा
80 साल से अधिक आयु के मतदाताओं में अनूपपुर सीट (Anuppur Seat) में मतदाताओं की संख्या 1363 है। जबकि सुवासरा (Suvasara Assembly Seat) में 4435 मतदाता है। इसके अलावा मेहगांव में 3501, ग्वालियर पूर्व में 3325, सुरखी में 3335, मल्हारा में 3033, सांची में 3131, ब्यावरा में 3354, हाटपिपलिया में 3603, जबकि सांवेर में 3295 मतदाता हैं। इनमें से कई तो बीमारी अथवा अन्य कारणों से वोट डालने तक नहीं आते हैं