राजस्थान।
एमपी (mp) के बाद राजस्थान(rajisthan) में सियासी संकट गहराता नजर आ रहा है। डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Deputy CM Sachin Pilot) के भी ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) की तरह अन्य राह पकड़ने कि चर्चा तेज होगयी है।पायलट राजस्थान सरकार गिराने की साजिश और विधायकाें की खरीद-फराेख्त के आरोपों के बीच कांग्रेस के 12 कांग्रेस और 3 निर्दलीय विधायकाें के साथ दिल्ली पहुंचे थे। जहाँ उन्होंने अबतक सिर्फ ज्योतिरादित्य से मुलाकात की थी। इधर पायलट के बीजेपी से भी संपर्क की खबर सामने आ रही थी।जहाँ सिंधिया के ट्वीट ने अटकलों को तेज कर दिया था। इसी बीच पायलट ने आज साफ़ किया है कि वो बीजेपी में शामिल नहीं होंगे।
हलाकि पायलट गेहलोत सरकार की आज सोमवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में पहुँचते हैं या नहीं इसपर संशय बरकरार है।इधर पायलट दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने साफ़ कहा है कि वो और अपमान नहीं सहेंगे। और न ही गहलोत सरकार कि बैठक में पहुंचेंगे। वहीँ दूसरीतरफ गहलोत की बुलाई बैठक आज 10 :30 बजे शुरू होगी। पूरे सियासी घटनाक्रम पर पायलट की तरफ से अभी फिलहाल यही टिप्पणी आई है कि वो बीजेपी में शामिल नहि होंगे।
दूसरी तरफ सीएम अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने आरोप लगाया है कि बीजेपी उनकी सरकार गिराना चाहती है और इसके लिए खरीद फरोख्त कर रही है।अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि बीजेपी बकरे की मंडी की तरह विधायकों को खरीदना चाहती है, इसके लिए 25-25 करोड़ के ऑफर दिए जा रहे हैं। जैसे 4-5 महीने पहले मध्य प्रदेश के सियासी संकट पर बोल रही थी। आज यही स्थिति राजस्थान की है जहाँ पायलट ने दावा किया ै किउनके संपर्क में कुल 30 विधायक हैं।