भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। भारत में राम मंदिर (Ram Mandir) को लेकर वाद विवाद की स्थिति पुरानी है। एक तरफ जहां राम मंदिर को लेकर कांग्रेस (congress) ने भाजपा (bjp) पर आरोप लगाती रहती है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी अब तक राम मंदिर न बन पाने का दोष कांग्रेस पर थोपती है। लेकिन इन वाद विवाद के बीच दिग्विजय सिंह (digvijay singh) का नाम एक बार फिर से चर्चा में है।
दरअसल दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा है कि राम के नाम का शोषण व्यवसाय और राजनीतिकरण संघ और भाजपा का कार्य है। इसके साथ ही साथ उन्होंने जगद्गुरु शंकराचार्य शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद अपना गुरु बताया है। जिस पर प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा (Rameshwar sharma) ने पलटवार किया है।
दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर पलटवार करते हुए रामेश्वर शर्मा ने कहा कि भारत में राम मंदिर का निर्माण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद के धर्म जागरण और साधु संतों के सानिध्य में हो रहा है। रामेश्वर शर्मा ने कहा कि जिन साधु-संतों ने बलिदान दिया वह आज राम मंदिर के पक्ष में है।
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इतना ही नहीं कांग्रेस पर पलटवार करते हुए प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने कहा कि जिन लोगों ने मंदिर का ताला तक नहीं खुलने दिया। जिन्होंने राम मंदिर की भूमि पूजन में अड़ंगे डाले। राम मंदिर निर्माण में उनका क्या योगदान है वह अवश्य बताएं। इसके साथ ही साथ प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने दिग्विजय सिंह को रेहाना और खलीफा का गुरु बताया है। रामेश्वर शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह जिन्ना बनना चाहते हैं।
इसके साथ ही राम मंदिर निर्माण के ऊपर बोलते हुए प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण लाखों कारसेवकों के बलिदान की वजह से संभव हो पाया है। नरेंद्र मोदी और अमित शाह जी श्रीराम भक्त होने के नाते करोड़ों श्रीराम भक्तों की तरह मंदिर निर्माण में जुटे है। मंदिर ठाट से बनाएँगे संतो की वाणी के हिसाब से बनाएँगे और श्रीराम का विरोध करने वालों के ख़िलाफ़ लड़ाई भी लड़ेंगे।