इंदौर/जबलपुर/ उज्जैन/रतलाम।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफ़े के बाद जैसे प्रदेश में इस्तीफ़े देने का दौर चल पड़ा है। सिंधिया गुट के लोगों ने ज्योतिरादित्य में अपना विश्वास दिखाते हुए कांग्रेस पार्टी से इस्तीफ़ा देना शुरू कर दिया है। ग्वालियर से करीब 200 कार्यकर्ताओं के इस्तीफा देने के बाद अब जबलपुर से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के इस्तीफ़े की बात सामने आ रही है। जहां जबलपुर से कांग्रेसी नेता अरविंद पाठक के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अपना इस्तीफा पीसीसी को भेजा है। बता दें की आज माधवराज सिंधिया की जन्मदिन पर उन सबने उनकी तस्वीर के आगे इस्तीफा दिया। पाठक का कहना है कि कांग्रेस ने सिंधिया को कभी उचित सम्मान नहीं देकर हमेशा उनकी अपेक्षा की है। इसलिए ज्योतिरादित्य ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दिया है। वहीं भाजपा में शामिल होने के सवाल पर पाठक ने कहा है कि जहां सिंधिया जाएंगे वहीं हम सब भी जाएंगे। इंदौर की बात करें तो वहां से कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टंडन के इस्तीफ़े की बात सामने आयी है। बता दें कि टंडन पिछले डेढ़ साल से पार्टी से नाराज चल रहें थे।
वहीं रतलाम से कांग्रेस के प्रदेश सचिव निमिष व्यास ने भी समर्थकों के साथ पार्टी से अपना इस्तीफ़ा दे दिया है। फोन पर बात करते हुए उन्होंने बताया की यदि सिंधिया बीजेपी में शामिल होते हैं तो हम भी उनके साथ है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सिंधिया के समर्थक उनके साथ हैं और उनके हर निर्णय में उनके साथ ही रहेंगे ज्योतिरादित्य एक प्रतिभावान नेता है तो उन्होंने यह कदम भी सोच समझकर उठाया होगा। दूसरी तरफ उज्जैन पूर्व कांग्रेस विधायक रहे और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक राजेन्द्र भारती ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दिया। उज्जैन पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती के साथ-साथ प्रदेश महामंत्री संजय ठाकुर, पूर्व पार्षद दिलीप परमार , अशोक आर्य अक्षय भारती, बबलू शुक्ला, रितेश जटिया महामंत्री शहर कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष राहुल गहलोत और अभिषेक लाला ने भी कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया।
इससे साफ जाहिर है कि कांग्रेस अपने ही लोगों द्वारा घिर चुकी है। ऐसे में कमलनाथ कैसे पूरी स्थिति को संभालते हैं। यह देखना बेहद दिलचस्प होगा।