मिर्ची व्यापारी के साथ लूट, 72 हजार रुपए से भरा बैग लेकर फरार हुए लुटेरे, जांच में जुटी पुलिस

Gaurav Sharma
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अशोकनगर,हितेंद्र बुधौलिया। कर्मचारी के साथ पेमेंट लेकर अशोकनगर बाइक से लौट रहे मिर्ची व्यापारी के साथ तीन लुटेरों ने लूट की घटना को अंजाम दिया। पहले व्यापारी व कर्मचारी की आंख में मिर्ची डाली फिर उनके साथ मारपीट की। इस दौरान 2 हवाई फायर भी उनके द्वारा किए गए। जिसके बाद लूट का सामान लेकर फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस ने सभी रास्तों पर सघन चेकिंग शुरू कर दी। एसपी खुद घटना स्थल पर पहुंचे।

बता दें कि मिर्ची व्यापारी प्रवीण जैन अपने कर्मचारी गोलू साहू के साथ अशोकनगर से बाइक से पिपरई पेमेंट लेने के लिए आए थे। शाम करीब सवा पांच बजे बाइक से 72 हजार पेमेंट लेकर वापस अशोकनगर लौट रहे थे। तभी पटपरा की पुलिया पर 3 लुटेरों ने हाथ देकर पहले उनकी गाड़ी को रोका फिर उनके मुंह पर मिर्ची डाल दी फिर उनके साथ मारपीट करने लगे। साथ ही रुपए से भरा बैग लेकर फरार हो गए। सूचना मिलते ही एसडीओपी श्वेता गुप्ता, टीआई सुरेश नागर मौके पर पहुंच गए थे।

वही व्यापारी प्रवीण जैन ने बताया कि मैं अपने कर्मचारी के साथ लौटकर अशोकनगर जा रहा था। बैग में 72 हजार रुपए रखे थे। जैसे ही पुलिया के पास पहुंचे तो 3 लोग खड़े थे जिनकी बाइक साइड से रखी थी। तीनों लोगों के मुंह पर कपड़े बंधे थे। जिनके हाथ में पिस्टल व डंडे थे। उन्होंने पहले मुंह पर मिर्ची डाली फिर मारपीट की। बैग छीनकर भाग गए। जिनके जाने के बाद डायल 100 को कॉल कर पुलिस को बुलाया था।

एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया ने बताया कि तीन बदमाशों ने मिर्ची डालकर लूट की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने सभी जाने वाले रास्तों पर सघन चेकिंग अभियान शुरू कर दिया है, लगातार पेट्रोलिंग कराई जाएगी। जल्द ही आरोपियों को पकड़ा लिया जाएगा।

 


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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