शूद्र वाले बयान पर साध्वी प्रज्ञा की सफाई, शराब पीकर पत्नी को पीटे, हिंदू का अपमान करे, वो है शूद्र

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा (Bhopal MP Sadhvi Pragya) अपने बयान को लेकर इन दिनों चर्चा में बनी रही। जिसमें उन्होंने शूद्र को लेकर विवादित बयान (Conflicting statement about Shudra) दिया था, जिसके बाद उन्होंने अपने बयान को लेकर सफाई दी है। अपने बयान की सफाई में सांसद साध्वी प्रज्ञा (MP Sadhvi Pragya) ने कहा कि जो राष्ट्र की रक्षा का कार्य करें वह क्षत्रिय (Kshatriya) है और जो शराब पीकर पत्नी को पीटता है, भगवा और हिंदुत्व का अपमान (Hindutva insult) करता हैं, वह शूद्र (Shudra) होता है।

उन्होंने कहा कि जो इंसान शराब पीकर पत्नी को पीटे, हिंदुत्व का अपमान करें, वह ना तो हिंदू हो सकता है और ना ही क्षत्रिय हो सकता है। इस बयान को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है। ये बातें सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मध्य प्रदेश के राजपूत ग्राम पंचायत में बेटी बचाओ आत्मा को बनाओ (Save daughter make soul) समाज के बैनर तले आयोजित एक कार्यक्रम में कहा है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।